प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति अर्जुनी में धान खरीदी सुचारू रूप से जारी, किसानों ने की लिमिट बढ़ाने की मांग
22 दिसंबर तक 15162 क्विं. 80 किलो में 4440 क्विंटल धान का ही उठाव हो पाया है। वही बफर लिमिट से अधिक धान होने के बावजूद 10722 क्विंटल 80 किलो धान अभी भी धान खरीदी केंद्र में पड़ा हुआ है।

रूपेश कुमार वर्मा
अर्जुनी। समर्थन मूल्य में धान खरीदी प्रारंभ हुए 23 दिसंबर को 38 दिन पूरे हो गए हैं। लिमिट बढ़ाए जाने के बाद से सहकारी समितियो में धान की आवक भी तेज हो गई है। वही इस वर्ष बफर लिमिट 09 हजार 600 सौ क्विंटल होने के कारण सहकारी समितियो से धान का उठाव नहीं होने के कारण कही कही धान खुले आसमान के नीचे पड़े हुए जिसके चलते समिति प्रबंधकों को पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी सुखत की चिंता सताने लगी है। हमारे इस प्रतिनिधि ने 23 दिसंबर को प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति अर्जुनी पंजीयन क्रमांक 377 का जायजा लिया तो बताया गया कि 22 दिसंबर तक 408 किसानों का 15162 क्विंटल 80 किलो राशि 35920673.20 रुपये का धान खरीदा गया है। वही धान बेचने के लिए बचे 537 किसानो से 29838 क्विंटल धान खरीदी की जाएगी। जिससे धान खरीदी निर्धारित अवधि तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इस सहकारी समिति में हमालो की प्राप्त व्यवस्था है जिसके चलते धान तौलाई करने के लिए 04 कांटे लगाए गए हैं। वही सहकारी समिति में खरीदे गए धान की चोरी ना हो निगरानी के लिए 06 नग सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया हैं। खैरताल के किसान भूपराम साहू एवं अन्य किसानों ने लिमिट बढ़ाने की मांग की है।
22 दिसंबर तक 15162 क्विं. 80 किलो में 4440 क्विंटल धान का ही उठाव हो पाया है। वही बफर लिमिट से अधिक धान होने के बावजूद 10722 क्विंटल 80 किलो धान अभी भी धान खरीदी केंद्र में पड़ा हुआ है।
एक दिन में एक दो गाड़ी का ही परिवहन हो पा रहा है जिसके चलते खुले आसमान के नीचे धान जाम पड़ा हुआ है। धान जाम होने के कारण परिवहन बढ़ाने की आवश्यकता बताई गई। समिति प्रबंधक मुक्तानंद वर्मा ने बताया कि किसानों की सुविधाओ का ध्यान रखते हुए उनके बैठने एवं पेयजल की व्यवस्था की गई है। शासन के निर्देशों के अनुरूप समर्थन मूल्य में यहां धान खरीदी सुचारू रूप से जारी है। वही समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है। साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन मिल रहा है।

