खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के आर एम शर्मा और राजू रैकवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, फर्जीवाड़े के आरोपो के दस्तावेजों की जांच शुरू

भोपाल
खादएवं नागरिक आपूर्ति विभाग (मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाई कॉरपोरेशन लिमिटेड) के आर एम शर्मा और राजू रैकवार भ्रष्टाचार और फर्जीवाडे के आरोप में फंसे जांच के लिए मांगे दस्तावेज,*
*विभाग के प्रमुख वरिष्ठ अधिकारी का है संरक्षण , बचाने में लगे अधिकारी/ ठेकेदार , दिला रहे हैं आरटीआई वापस लेने धमकी*
*विभाग के ही लोक सूचना अधिकारी द्वारा साठ -गांठ कर करा देते हैं दस्तावेजों में हेरा फेरी*
*एक ही शाखा में एक ही विभाग में लगभग 25 वर्षों से पदस्थ हैं विभाग को लगा रहे हैं करोड़ों का चूसना
*विभाग के ही वरिष्ठ अधिकारियों से साठ- गांठ कर ,राजू रैकवार वरिष्ठ सहायक /आर.एम. शर्मा का मूल पद कंप्यूटर प्रोग्रामर से बने डायरेक्ट सीधे सहायक महाप्रबंधक (एजीएम) बने बैठे*
*राजू रैकवार वरिष्ठ सहायक /आर.एम. शर्मा कंप्यूटर प्रोग्रामर बने सहायक महाप्रबंधक (एजीएम) विभाग में बजता है डंका*
*राजू रैकवार वरिष्ठ सहायक /आर.एम. शर्मा कंप्यूटर प्रोग्रामर* *सहायक महाप्रबंधक (एजीएम) विभाग में पाल के रखे हैं ठेकेदार/*
*गुंडे माफिया कई पत्रकारों को और शिकायतकर्ताओ डराते धमकाते हैं इधर-उधर से फोन लगवाते हैं और प्रेशर दबाव वनवते हैं शिकायत /आरटीआई वापस लेने के लिए*
*अपीलीय अधिकारी कार्या मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कारपोरेशन लिमिटेड भोपाल को भी दी घटना की सूचना*
*आर.टी.आई एक्टिविस्ट पर किया हमला पुलिस कर रही पुलिस कर रही है हमलावरों की तलाश*
भोपाल।
मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाई कॉरपोरेशन लिमिटेड (खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग) में पदस्थ आर.एम. शर्मा एवं राजू रैकवार पर भ्रष्टाचार, फर्जीवाड़ा एवं पद का दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगे हैं। मामले की जांच के लिए संबंधित दस्तावेज तलब किए गए हैं।
इन पर आरोप है कि दोनों अधिकारी विभाग में वर्षों से एक ही शाखा में पदस्थ रहकर करोड़ों रुपये का नुकसान विभाग को पहुँचा रहे हैं। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि इन्हें विभाग के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते इनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
आरटीआई के माध्यम से मांगी गई जानकारी, दबाव और धमकियों का आरोप
भोपाल जिले के आरटीआई एक्टिविस्ट एवं इंडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण कुमार द्वारा लोक सूचना अधिकारी, मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाई कॉरपोरेशन लिमिटेड, भोपाल के समक्ष सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत शासकीय अभिलेखों की जानकारी मांगी गई थी।
निर्धारित समय-सीमा में जानकारी न दिए जाने पर प्रथम अपील दायर की गई, लेकिन इसके बाद आवेदक पर आरटीआई आवेदन वापस लेने का दबाव, प्रलोभन एवं जान से मारने की धमकियाँ दिए जाने के आरोप सामने आए हैं।
आरोप है कि विभाग के कुछ कर्मचारी, ठेकेदार एवं असामाजिक तत्व मोबाइल फोन के माध्यम से आवेदक को धमका रहे हैं और आवेदन वापस लेने के लिए दबाव बना रहे हैं।
लोक सूचना अधिकारी पर दस्तावेजों में हेराफेरी का आरोप
शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि विभाग के ही लोक सूचना अधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों से साठ-गांठ कर दस्तावेजों में हेराफेरी की जा रही है तथा जानबूझकर सूचना रोकी जा रही है।
पदस्थापना और पदोन्नति पर सवाल
जानकारी के अनुसार, राजू रैकवार (वरिष्ठ सहायक) एवं आर.एम. शर्मा (मूल पद कंप्यूटर प्रोग्रामर) को नियमों की अनदेखी करते हुए सीधे सहायक महाप्रबंधक (एजीएम) के पद पर पदस्थ किया गया, जो संदेह के घेरे में है।
आरटीआई एक्टिविस्ट पर हमला, पुलिस जांच में जुटी
मामले में एक आरटीआई एक्टिविस्ट पर हमले की घटना भी सामने आई है। पुलिस द्वारा हमलावरों की तलाश की जा रही है। आवेदक प्रवीण कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि उनके या उनके परिवार के साथ कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसके लिए संबंधित अधिकारी एवं उनके सहयोगी जिम्मेदार होंगे।
उच्च अधिकारियों को दी गई सूचना
मामले की जानकारी अपर मुख्य सचिव, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, थाना प्रभारी भोपाल, लोक सूचना अधिकारी एवं प्रथम अपीलीय अधिकारी को लिखित रूप में दी जा चुकी है। वरिष्ठ अधिकारियों ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है।




