बच्चे समाज की धुरी है, आप से ही आज और कल है, आप स्वस्थ होंगे तभी समाज भी स्वस्थ होगा

राजगढ़ शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कालीपीठ और आंगनवाड़ी क्रमांक 2 कालीपीठ में महिलाओ के साथ संवाद हिंसा उन्मूलन और 100 दिवसीय बाल विवाह मुक्त राजगढ़ अभियान जागरूकता कर्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य, बाल विवाह के दुष्प्रभाव, कानूनी प्रावधानों तथा रोकथाम के उपायों के प्रति बच्चो को जागरूक करना है। साथ ही 2030 तक बाल विवाह मुक्त राजगढ़ बनाना हैं
कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा के मार्गदर्शन में प्रथम चरण में 15 दिसंबर से 31 दिसंबर तक 67 विद्यालयों में टीम द्वारा बाल विवाह मुक्त जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे स्कूलों का चयन किया गया हैं। जहाँ बाल विवाह ज्यादा होते हैं। वहा जिला स्तर से गठित टीम और बाल विवाह मुक्त राजगढ़ अभियान के नोडल अधिकारी जा रहे हैं। साथ ही समस्त विद्यालय और महाविद्यालय में शपथ और बाल विवाह रोकथाम हेतु विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित कर बच्चों को बाल विवाह मुक्त राजगढ़ का संदेश दिया जा रहा है।
कार्यक्रम में वन स्टॉप सेंटर प्रशासक श्रीमती चौहान ने बाल विवाह से संबंधित कानूनी प्रावधानों पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि बाल विवाह न केवल कानूनन अपराध है। बल्कि बच्चों के भविष्य के लिए अत्यंत हानिकारक भी है।बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, 2006 को प्रभावी ढंग से लागू हो सके जिसके अनुसार लड़कियों के लिए विवाह की कानूनी उम्र 18 और लड़कों के लिए 21 वर्ष है। बाल विवाह की सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, सी एम हेल्पलाइन 181, बाल विवाह कंट्रोल रूम वन स्टॉप सेंटर कार्यालय में 24×7 दिवस संचालित है। जिसका संपर्क क्रमांक. 07372-254360
पर सूचना दी जा सकती है। साथ ही वन स्टॉप सेंटर की जानकारी दी गई।
बाल विवाह नातरा झगड़ा विषय पर बाल संरक्षण से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं से अवगत कराया। बाल विवाह एवं बाल सगाई को सामाजिक बुराई बताते हुए समाज को एकजुट होकर इसे रोकने की अपील की, बालिकाएं /बालक समाज की धुरी है आप से ही आज और कल है आप स्वस्थ होंगी तभी समाज भी स्वस्थ होगा। लक्ष्मण भागमल डीपीए नीति आयोग ने कहा कि बालिकाओं को विवाह से पहले पूर्ण शिक्षा देना आवश्यक है तथा सही उम्र में ही विवाह कराना चाहिए। उन्होंने ग्रामवासियों से अपने गांव को बाल विवाह मुक्त बनाने का संकल्प लेने का आग्रह किया। बच्चों की शिक्षा, अधिकार एवं जागरूकता पर चर्चा करते हुए बाल अधिकारों की सुरक्षा पर जोर दिया।
सेक्टर सुपरवाइजर श्री गुप्ता ने बताया कि यदि कहीं बाल विवाह होने की आशंका हो तो उसकी सूचना किस प्रकार और किन माध्यमों से दी जा सकती है। उन्होंने हेल्पलाइन एवं उपलब्ध कानूनी सहायता की जाएगी। स्कूल प्राचार्य श्रीमति हेमलता कुशवाहा द्वारा बताया की हमें जिले से आए अधिकारियो की सीख को लेना चाहिए और सामाजिक कुप्रथा से लड़ना चाहिए बाल सगाई बाल विवाह का का विरोध करना चाहिए। स्कुल प्राचार्य द्वारा बाल विवाह मुक्त कालीपीठ करने कि शपथ बच्चों और शिक्षकों को दिलाई गई।



