प्रदेश में प्रशासनिक अराजकता का माहौल: पटवारी

भोपाल| प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीत पटवारी ने आज अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि 10 महीने की सरकार में 385 में से 282 अधिकारियों के तबादले हो चुके हैं, जो कुल आईएएस पोस्टिंग का 74% है। रात के अंधेरे में लिस्ट आती है, जिसमें आईएएस/आईपीएस की पोस्टिंग बिना पैसे दिए संभव नजर नहीं आती है! दलालों का बोलबाला है।प्रदेश में अपरिपक्व मुखिया की वजह से प्रशासनिक अराजकता का माहौल व्याप्त है। आखिरकार मुख्यमंत्री प्रदेश को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं।
पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी आप जो ट्रांसफर उद्योग चला रहे हैं वल्लभ भवन को आपने अधिकारियों का दलाली का अड्डा बना लिया है। मध्य प्रदेश में प्रशासनिक माफिया है, प्रदेश में माफियाऔ की सरकार है जो आपकी कर प्रणाली को सत्यापित करता है। अंधेरों में साजिश करने वालों का हिसाब होगा।
पटवारी नेकहा कि हमारा विपक्ष में होने का दायित्व है कि हम जनता की आवाज उठाएं। इस तरह अंधेरों में ट्रांसफर होना यह संदेश है कि हम सरकार को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं। कुछ जिले ऐसे हैं जहां पिछले साल सरकार बनने के बाद कलेक्टर नहीं बदले गए पर लगातार उन पर तलवार लटकती रही और दलाल लगे हुए हैं कि उनसे कैसे माल इकट्ठा हो।
पटवारी ने अंधेरे में हुए ट्रांसफरों के कुछ उदाहरण देते हुए बताया कि 14 मार्च रात 2:00 बजे 37 आईएएस के तबादले हुए 4 अगस्त रात्रि 12:00 बजे 4 आईपीएस के ट्रांसफर हुए 10 अगस्त को रात 1:00 बजे आईएएस आईपीएस के तबादले हुए और आज फिर 60 आईएएस आईपीएस बदले गए, 20 अगस्त को रात 12:00 बजे 9 सीनियर आईएएस बदले गए जिसमें सुखबीर सिंह को मुख्य निर्वाचन आयुक्त बनाया गया, 10 दिसंबर रात्रि 1:30 बजे तीन जिले के अधिकारियों को बदला गया, इंदौर पुलिस कमिश्नर और 3 आईपीएस बदले गए। ऐसे 68 बार अलग-अलग मोहन यादव जी ने सचिव मुख्य सचिव हटाए। पटवारी ने कहा कि भाजपा सरकार के पास अधिकारियों का टोटा है या किसी अधिकारियों का इनको भरोसा नहीं है। आखिर मुख्यमंत्री जी किस दिशा में प्रदेश को ले जाना चाहते हैं?