डब्बा ट्रेडिंग मामले में ₹34 करोड़ की संपत्ति कुर्क

भोपाल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने डब्बा ट्रेडिंग से जुड़ी 34.26 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि ये संपत्तियां विशाल अग्निहोत्री, तरुण श्रीवास्तव, हितेश अग्रवाल, धर्मेश रजनीकांत त्रिवेदी, श्रीनिवासन रामासामी, करण सोलंकी, धवल देवराज जैन और उनके परिवार के सदस्यों की हैं। ईडी ने भारतीय न्याय संहिता 2023 की विभिन्न धाराओं के तहत इंदौर के लसूड़िया पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की।
जांच से पता चला कि संबंधित लोग अवैध डब्बा ट्रेडिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी में लिप्त कई संस्थाओं और प्लेटफार्मों का संचालन कर रहे थे। इन संस्थाओं में वी मनी, वीएम ट्रेडिंग (मेसर्स स्टैंडर्ड ट्रेड्स लिमिटेड), 11स्टार्स, लोटसबुक247, 8 स्टॉक हाइट्स, गोल्डमाइन, वर्टेक्स, गेमबेटलीग, आईबुल कैपिटल लिमिटेड, प्लेबुक, टार्गेटएफएक्स, वर्ल्ड777 और अन्य शामिल हैं। निवेशकों और प्रतिभागियों से एकत्रित धन को खच्चर बैंक खातों, हवाला चैनलों और क्रिप्टो करेंसी लेनदेन के माध्यम से भेजा गया था।
दिसंबर 2024 और इस साल की शुरुआत में जून और जुलाई में इंदौर, भोपाल, मुंबई, चेन्नई और अहमदाबाद में किए गए तलाशी अभियानों में भारी मात्रा में आपत्तिजनक रिकॉर्ड, डिजिटल उपकरण, नकदी, चांदी, सोना और क्रिप्टो करेंसी जब्त की गई।
पीएमएलए की धारा 50 के तहत दर्ज बयानों से धन के प्रवाह और प्रमोटरों, परिवार के सदस्यों और संबंधित संस्थाओं के नाम पर संपत्ति अर्जित करने में उनके उपयोग की पुष्टि हुई। इसके अलावा, इस मामले में नकदी, लग्जरी घड़ियों, सोने, हीरे के आभूषणों, बैंक खातों और डीमैट खातों के रूप में 24.13 करोड़ रुपये की अपराध आय (पीओसी) पहले ही जब्त और फ्रीज की जा चुकी है। इस मामले में जब्त एवं कुर्क की गई कुल संपत्ति 58.39 करोड़ रुपए है।