
- मंत्री अमित शाह ने कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाले सीआरपीएफ, छत्तीसगढ़ पुलिस, डीआरजीऔर कोबरा के जवानों से भेंट की और उन्हें सम्मानित किया
- कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर चले अब तक के सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियान ‘ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट’ में वीर जवानों ने शौर्यपूर्ण प्रदर्शन कर अभियान को सफल बनाया, सभी सुरक्षाबलों के जवानों को हृदय से बधाई
- नक्सलियों के विरुद्ध अभियान के इतिहास में ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ के दौरान जवानों का शौर्य और पराक्रम एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज होगा
- जब तक सभी नक्सली या तो आत्मसमर्पण न कर दें, पकड़े न जाएँ या समाप्त न हो जाएँ, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, भारत को नक्सलमुक्त बनाकर ही रहेंगे
- गर्मी, ऊँचाई और हर कदम पर IED के खतरों के बावजूद सुरक्षाबलों ने बुलंद हौसले से अभियान को सफल बनाकर नक्सलियों का बेस कैंप समाप्त किया
- कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर नक्सलियों के मैटीरियल डंप और सप्लाई चेन को सुरक्षाबलों के जवानों ने पराक्रम से नष्ट कर दिया
- नक्सलविरोधी अभियानों में गंभीर शारीरिक क्षति उठाने वाले सुरक्षाबलों के जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए मोदी सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है
- नक्सलविरोधी अभियानों के कारण पशुपतिनाथ से लेकर तिरुपति तक के क्षेत्र में साढ़े 6 करोड़ लोगों के जीवन में नया सूर्योदय हुआ है
- मोदी सरकार का संकल्प है, 31 मार्च, 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त कर देंगे
रायपुर
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाले सीआरपीएफ, छत्तीसगढ़ पुलिस, डीआरजी और कोबरा के जवानों से नई दिल्ली में भेंट की और उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर चले अब तक के सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियान ‘ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट’ में वीर जवानों द्वारा शौर्यपूर्ण प्रदर्शन कर अभियान को सफल बनाने के लिए सभी सुरक्षाबलों के जवानों को हृदय से बधाई दी। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के विरुद्ध अभियान के इतिहास में ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ के दौरान जवानों का शौर्य और पराक्रम एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज होगा।
अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी जब तक सभी नक्सली या तो आत्मसमर्पण न कर दें, पकड़े न जाएँ या समाप्त न हो जाएँ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हम भारत को नक्सलमुक्त बनाकर ही रहेंगे।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि गर्मी, ऊँचाई और हर कदम पर आईईडी के खतरों के बावजूद सुरक्षाबलों ने बुलंद हौसले के साथ अभियान को सफल बनाकर नक्सलियों का बेस कैंप समाप्त किया। उन्होंने कहा कि कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर बने नक्सलियों के मैटीरियल डंप और सप्लाई चेन को छत्तीसगढ़ पुलिस, सीआरपीएफ, डीआरजी और कोबरा के जवानों ने पराक्रम से नष्ट कर दिया।
बस्तर की स्थिति पर भी की चर्चा
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बस्तर में हाल ही में आई बाढ़ की गंभीर स्थिति पर भी चर्चा की। उन्होंने गृह मंत्री को राहत और पुनर्वास कार्यों की प्रगति से अवगत कराया और बताया कि प्रभावित इलाकों में प्रशासन लगातार राहत सामग्री पहुंचाने, स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने और विस्थापित परिवारों के लिए सुरक्षित आश्रय की व्यवस्था करने में जुटा है।
सीएम ने स्पष्ट किया कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद पहुंचाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए विशेष पैकेज और अतिरिक्त संसाधन भी जुटाए जा रहे हैं।
अमित शाह ने कहा कि नक्सलियों ने देश के सबसे कम विकसित क्षेत्रों को बहुत नुकसान पहुँचाया है, स्कूल और अस्पताल बंद कर दिए और सरकारी योजनाओं को स्थानीय लोगों तक नहीं पहुँचने दिया। उन्होंने कहा कि नक्सलविरोधी अभियानों के कारण पशुपतिनाथ से लेकर तिरुपति तक के क्षेत्र में साढ़े 6 करोड़ लोगों के जीवन में नया सूर्योदय हुआ है। शाह ने कहा कि नक्सलविरोधी अभियानों में गंभीर शारीरिक क्षति उठाने वाले सुरक्षाबलों के जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए मोदी सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का संकल्प है कि हम 31 मार्च, 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त कर देंगे।
नक्सल ऑपरेशन में शामिल जवानों का सम्मान
इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर 21 दिनों तक चले सबसे लंबे नक्सल ऑपरेशन में शामिल जवानों का सम्मान किया। इस अभियान में सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को न्यूट्रलाइज किया था और घायल जवानों से मुलाकात कर उनका मनोबल भी बढ़ाया।
यह अभियान छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर अप्रैल-मई माह में चलाया गया था। इसे नक्सलियों पर अब तक की सबसे बड़ी चोट माना जा रहा है, क्योंकि बीजापुर जिले की कर्रेगुट्टा की पहाड़ियां नक्सलियों का सबसे सुरक्षित गढ़ मानी जाती थीं। लेकिन इस ऑपरेशन के बाद सुरक्षाबलों का वहां कब्जा हो गया और नक्सलियों को पीछे हटना पड़ा।
गृहमंत्री ने जवानों को दी बधाई
गृहमंत्री ने जवानों को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता न केवल सुरक्षा के मोर्चे पर बल्कि विकास और शांति की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार माओवादियों के सम्पूर्ण उन्मूलन तक आक्रामक अभियान जारी रखेगी और साथ ही विकास को तेज़ी से आगे बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार जैसी बुनियादी सुविधाओं को तेजी से पहुंचाकर स्थायी शांति की नींव रखी जाएगी। उन्होंने कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाले CRPF, छत्तीसगढ़ पुलिस, DRG और कोबरा के उन जवानों से भेंट की और उन्हें सम्मानित किया।