बाल विवाह मुक्त राजगढ़ अभियान अंतर्गत पंचायत स्तरीय जागरूकता चौपालों का हुआ आयोजन

राजगढ़ बाल विवाह मुक्त राजगढ़ अभियान अंतर्गत खिलचीपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत सेदरा जागीर, खाजला और खाजली में पंचायत स्तरीय जागरूकता चौपालों का आयोजन मंगलवार को किया गया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को बाल विवाह के सामाजिक एवं कानूनी दुष्प्रभावों से अवगत कराना तथा जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने की दिशा में जनभागीदारी को बढ़ावा देना था। कार्यक्रमों में सब-रजिस्ट्रार जीरापुर सुश्री इंदुमति इक्का द्वारा बालिकाओं को शिक्षा का महत्त्व समझाया बाल विवाह के लिए आप सब को एक जुट हो कर लड़ाई करना है। वन स्टॉप सेंटर प्रशासक एवं अभियान की नोडल अधिकारी श्रीमति रश्मि चौहान द्वारा कार्यक्रम के दौरान समुदाय को बाल विवाह रोकथाम संबंधी कानूनों की जानकारी दी गई। बाल विवाह बच्चों के अधिकारों का हनन है, जो उनके शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक विकास पर गंभीर प्रभाव डालता है। विशेषकर लड़कियों के लिए यह हिंसा, शोषण और यौन शोषण के जोखिम को बढ़ा देता है।
श्री लक्ष्मण भागमन द्वारा बताया गया कि यदि किसी बच्चे का विवाह उसकी 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने से पहले हुआ है, तो वह आयु पूर्ण होने की तिथि से दो वर्ष की अवधि के भीतर अपने विवाह को रद्द करवाने के लिए आवेदन कर सकता/सकती है। सेक्टर पर्यवेक्षक श्री संतोष चौहान द्वारा शपथ दिलाई गईl


