असंख्य साधकों की साधना का प्रतिफल संघ 100 वर्ष की यात्रा पूर्ण कर 101वे वर्ष में प्रवेश कर रहा है।
राजगढ़
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण कर 101वे वर्ष में प्रवेश के उपलक्ष्य में शताब्दी वर्ष मना रहा है। इस निमित्त प्रतिवर्ष अनुसार इस बार भी विजयादशमी के पावन अवसर पर संघ का विजयादशमी उत्सव शस्त्र पूजन कार्यक्रम स्टेडियम परिसर में संपन्न हुआ। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता राजगढ़ खंड कार्यवाह श्री सूर्यप्रताप सिंह चौहान ने कहा कि अनेक साधकों की साधना, तपस्या,त्याग और समर्पण के कारण यह संघ आज अपनी 100 वर्ष की यात्रा पूर्ण कर 101वे वर्ष की यात्रा में पहुंच चुका है। इसलिए हम सब आज के इस अवसर पर उन सभी असंख्य साधकों के समर्पण को स्मरण करते आगे बढ़ेंगे जिन्होंने संघ कार्य को हमारे राजगढ़ नगर में पहली बार स्थापित करके और अपनी भूमिका निभाई है। विजयादशमी उत्सव हमे स्मरण करवाता हैं की जब जब भी अन्याय का असत्य का प्रभाव बढ़ता है तब तब ही देवीय शक्तियों का भी आगमन होता है। ठीक इसी तरह 1925 के उस काल खंड में जब हमारा भारत गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, विदेशी आक्रांताओं द्वारा धार्मिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक रूप से भारत की तोड़ने के षड्यंत्र रचे जा रहे थे। उस समय नागपुर की पावन भूमि पर विजयादशमी के दिन ही परमपूज्य डॉ केशव बलिराम हेडगेवार के मन मे समाज को जागृत करने वाला वैचारिक दीपक प्रज्वालित हुआ और आज उसकी लौ भारत ही नहीं अपितु विश्व के अनेक देशो मे चमकती दिखाई दे रही। आज उस दीपक का उजाला सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गांव तक पहुंच चुका है। संघ शताब्दी वर्ष पर संघ द्वारा चलाये जा रहे पंच परिवर्तन के 5 मान बिन्दुओ को लेकर समाज को जाग्रत बनाकर पुनः भारत को वैभव सम्पन्न बनाने का काम हम सभी का है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह विराट स्वरूप देखकर आज सभी को गौरव की अनुभूति हो रही है.।
अभिनव संघम पथ संचलन हेतु भी आग्रह
श्री चौहान ने राजगढ़ नगर में आगामी 12 अक्टूबर को निकलने वाले “अभिनव संघम” पथ संचलन में सहभागी होने का आग्रह प्रत्येक हिन्दू परिवार से किया,साथ ही मातृ शक्ति से भी निवेदन किया कि वे भी पथ संचलन का स्वागत दर्शन के पश्चात स्टेडियम प्रांगण में अखिल भारतीय अधिकारी श्रीमान सुरेश सोनी जी के व्यक्तव्य को सुनने के लिए पधारे।।
*ऐसा होगा अभिनव संघम*
नगर में निकलने वाले अभिनव संघम पथ संचलन नगर के छह स्थानों से प्रारंभ होकर बिरसा मुंडा चौराहे पर संगम होगा, यहां से बायपास रोड होते हुए खिलचीपुर नाके से स्टेडियम प्रांगण में पहुंचेगा जहां पर श्री सुरेश सोनी जी का बौद्धिक (भाषण) होगा, और संघ की प्रार्थना के पश्चात सभी अपने गंतव्य को जा सकेंगे।