बच्चों ने नशे को जीवन से दूर रखने का संकल्प लिया और कहा, “हमने मन में ठाना है, नशा मुक्त गांव बनाना है।
नशे से दूरी है जरूरी…” अभियान के तहत बरखेड़ा स्कूल में संवाद-
दुबली गांव में दीवार लेखन के जरिए जागरूकता का संदेश-
राजगढ़। नशे से दूरी है जरूरी… इसी संदेश के साथ पुलिस के संयुक्त प्रयास से नशा मुक्ति जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत ग्राम बरखेड़ा के स्कूल में छात्राओं के साथ संवाद किया गया, वहीं ग्राम दुबली में दीवार लेखन के माध्यम से नशे के खिलाफ जन जागरूकता फैलाई गई।
बरखेड़ा में संवाद: बरखेड़ा शासकीय विद्यालय में अहिंसा वेलफेयर सोसायटी एवं महिला थाना पुलिस ने साथ मिलकर छात्राओं से संवाद किया। इस दौरान नशे के दुष्प्रभावों पर चर्चा की गई। बच्चों ने नशे को जीवन से दूर रखने का संकल्प लिया और कहा, “हमने मन में ठाना है, नशा मुक्त गांव बनाना है।
दुबली में दीवार लेखन-
ग्राम दुबली में पीस वॉलिंटियरों ने दीवार लेखन अभियान चलाया। गांव की सार्वजनिक जगहों, स्कूल के पास, चौराहों, चौपालों और प्रमुख गलियों की दीवारों पर नशा विरोधी स्लोगन लिखे गए। दीवार लेखन के जरिए “शराब छोड़ो–जिंदगी जोड़ो”, “नशा एक रोग है–जागरूकता ही इलाज है” और “युवाओं का भविष्य संवारें–नशे से बचाएं” जैसे संदेश दिए गए, जो न केवल राहगीरों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं, बल्कि समाज को जागरूक भी कर रहे हैं।
जन संवाद और प्रेरणा-
अभियान के दौरान वॉलिंटियरों ने गांव में घर-घर जाकर संवाद किया। खासकर किशोरों और युवाओं को मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और आर्थिक नुकसान की विस्तृत जानकारी दी गई जो नशे की आदतों से हो सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि नशा केवल शराब या तंबाकू तक सीमित नहीं है, बल्कि मोबाइल, ऑनलाइन गेमिंग और डिजिटल लतें भी आज की युवा पीढ़ी को प्रभावित कर रही हैं।
समाज की भागीदारी और संकल्प-
गांव की महिलाओं और बुजुर्गों ने भी इस अभियान की सराहना की। सभी ने “हम नशे से दूर रहेंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे” का सामूहिक संकल्प लिया।