Breaking Newsउत्तराखंडदेशव्यापार

रिकार्ड: 33 लाख तीर्थयात्री पहुंचे चारधाम, इकोनॉमी को 306 करोड़ का बूस्ट

देहरादून। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था की रीढ़ चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी उछाल आया है और तीर्थयात्रियों की संख्या 33 लाख को पार कर गई है।केवल केदारनाथ यात्रा ने ही मात्र 48 दिनों में 306 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया है।

उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद में पर्यटन प्रभाग के संयुक्त निदेशक योगेंद्र गंगवार के मुताबिक, 2 मई को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट तीर्थयात्रियों के लिए खुलने के बाद से गुरुवार शाम तक बाबा केदार के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 11.64 लाख से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा, अगर हम पिछले महीने का औसत निकालें तो केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए प्रतिदिन लगभग 24,000 तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं।

केदारनाथ धाम यात्रा देश की सबसे कठिन धार्मिक यात्राओं में से एक है। 20 किलोमीटर की चुनौतीपूर्ण यात्रा करने के बाद तीर्थयात्री आखिरकार हिमालय की गोद में बसे 11वें ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर पाते हैं। इस कठिन पैदल तीर्थयात्रा में घोड़े और खच्चर बेहद अहम भूमिका निभाते हैं। बुधवार तक 228,665 तीर्थयात्री घोड़े और खच्चरों के ज़रिए केदारनाथ धाम पहुंच चुके थे, जिससे लगभग 67.5 करोड़ रुपये की आय हुई।

बुजुर्ग तीर्थयात्रियों के लिए जीवन रेखा के रूप में संचालित केदारनाथ हेली सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने कहा, इस साल आठ कंपनियां नौ हेलीपैड से हेली-सेवाएं संचालित कर रही हैं। गुरुवार तक 49,294 तीर्थयात्री हेलीकॉप्टर से केदारनाथ पहुंच चुके थे, जिससे हेलीकॉप्टर किराए से 61 करोड़ रुपए की आय हुई।

केदारनाथ ट्रेकिंग रूट पर बुजुर्ग तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए डंडी-कंडी (पालकी/कुली सेवाएं) संचालित की जाती हैं। इस वर्ष की तीर्थयात्रा के लिए 7,000 से अधिक डंडी-कंडी संचालक पंजीकृत हैं।

बुधवार तक डंडी-कंडी सेवाओं से 2,02,81,650 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। इसके अतिरिक्त, गंदगी फैलाने और अन्य नियमों के उल्लंघन के लिए विभिन्न प्रतिष्ठानों से कुल 4.17 लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया।

केदारनाथ धाम यात्रा के लिए सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक टैक्सी शटल सेवा के लिए 225 वाहन पंजीकृत हैं। प्रति यात्री आने-जाने का किराया 100 रुपए है। अब तक शटल सेवा के माध्यम से 11.44 लाख तीर्थयात्री गौरीकुंड पहुंच चुके हैं। बताया जाता है कि केदारनाथ धाम यात्रा का दायरा हर साल बढ़ रहा है। इस साल भी तीर्थयात्रियों की संख्या ऐतिहासिक रूप से अधिक है। अकेले गौरीकुंड में ही करीब 350 होटल हैं, जबकि पूरे तीर्थयात्रा मार्ग पर 2,000 से अधिक होटल, रेस्तरां और टेंट आवास हैं।

केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए ठहरने और खाने-पीने का औसत न्यूनतम खर्च 1,500 रुपए से लेकर 2,000 रुपए तक है। अब तक आए 11.44 लाख तीर्थयात्रियों के आधार पर अनुमान है कि 150 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है।

Related Articles

Back to top button
× click to chat whatsapp