आर्मी के अर्जुन टैंक में उतरे सीएम डॉ. मोहन, साधा निशाना

भोपाल| मध्यप्रदेश आज अपना 69वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस उपलक्ष्य में राजधानी के लाल परेड ग्राउंड पर मुख्य आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के 5 दिवसीय राज्योत्सव की शुरुआत की। लाल परेड ग्राउंड में कार्यक्रम के शुभारंभ पर सीएम आर्मी के टैंक अर्जुन में उतरे। उन्होंने आर्मी अफसरों से टैंक की जानकारी ली। साथ ही राइफल (7.62 SIG SAUER) और मॉडर्न टेक्नोलॉजी के रोबोटिक इक्विपमेंट देखे।
मालूम हो कि 1 नवंबर को मध्यप्रदेश का 69वां स्थापना दिवस है। लाल परेड ग्राउंड में सीएम ने कहा, सुखद संयोग है कि एक तरफ दीपोत्सव और दूसरी ओर राज्योत्सव चल रहा है। ये हमारा सौभाग्य है। दीपोत्सव की बेला में हम 69वां राज्योत्सव मना रहे हैं। लाल परेड ग्राउंड में मध्यप्रदेश गान के दौरान सीएम सहित तमाम नेता और अधिकारी खडे़ नजर आए।
बता दें, करीब 9 महीने पहले मध्यप्रदेश सिविल सेवा परीक्षा-2019-2020 में चयनित 559 अधिकारियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में सीएम डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश गान के दौरान खडे़ होने की परंपरा को खुद बंद करा दिया था। दरअसल, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री रहते हुए मध्यप्रदेश गान के दौरान राष्ट्रगान की तरह खडे़ होकर सम्मान देने की परंपरा शुरू कराई थी।
सीएम डॉ. यादव ने कहा, हमारे प्रदेश में बुंदेलखंड, बघेलखंड, निमाड़, मालवा और महाकौशल है। धर्म, अध्यात्म, ज्ञान की त्रिवेणी विंध्याचल और सतपुड़ा की धरती पर मध्यप्रदेश गौरव से इठलाता है। हमारा प्रदेश पूरे देश में अपनी अलग पहचान बनाता है। मध्यप्रदेश की धरती पर ही भगवान राम ने 11 साल वनवास में गुजारा। मध्यप्रदेश देश की फूड बास्केट है। यहां सभी प्रकार के अन्न होते हैं। सोयाबीन प्रदेश का गौरव है। ये हीरा प्रदेश है तो बाघ का प्रदेश भी है। बिजली प्रदेश है। अब नया गौरव चीता स्टेट का जुड़ा है। ऐसी कई उपमाओं से मध्यप्रदेश गौरवान्वित होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, भारत किसी का हक नहीं मारता, किसी की जमीन पर कब्जा नहीं करता। दुनिया में भारत एकमात्र ऐसा देश है, जिसने सदैव अपनी इन मर्यादाओं का ध्यान रखा। तीनों सेनाओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ अपनी दक्षता सिद्ध की है। प्रधानमंत्री मोदी ने जियो और जीने दो के मूल शांति भाव को दिखाने के लिए दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ाया है। सीएम ने कहा, अयोध्या में दो हजार साल पहले जो विराट मंदिर की नींव सम्राट विक्रमादित्य ने रखवाई थी। आताताईयों ने उस मंदिर ध्वस्त किया था। हमने 500 साल का धैर्य रखा। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से और प्रधानमंत्री की मौजूदगी में भगवान राम मुस्करा रहे हैं।