वाराणसी में आयोजित काशी तमिल संगमम में तमिलनाडु के छात्र समूह ने जाना प्राचीन मंदिरों का इतिहास

वाराणसी : शिक्षा मंत्रालय की ओर से वाराणसी में आयोजित काशी तमिल संगमम काशी और तमिलनाडु के बीच सदियों पुराने संबंधों को और मज़बूत करेगा । तमिलनाडु से आए पहले प्रतिनिधिमंडल ने आज कई गतिविधियों में भाग लिया। तमिलनाडु से काशी आए छात्र समूह ने आज सुबह गंगा स्नान किया और गंगा के विभिन्न घाटों के इतिहास को जाना। इस दौरान दल ने घाट पर स्थित प्राचीन मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। वाराणसी में दक्षिण भारतीय मंदिर कांची मठ को देखकर छात्रों का यह समूह काफी उत्साहित दिखा। काशी तमिल संगमम् में आज नमो घाट पर छात्रों के लिए विशेष शैक्षिक सत्र का भी आयोजन किया गया। यहां छात्रों को तमिल भाषा, लोक कथाओं और दक्षिण भारतीय सांस्कृतिक वैभव से परिचित कराने के लिए तमिल लोककथाएं सुनाई गईं। इस वर्ष कार्यक्रम की थीम तमिल करकलाम यानी तमिल सीखें रखी गई है जिसका उद्देश्य बच्चों को तमिल भाषा, लोककथाओं और दक्षिण भारतीय सांस्कृतिक वैभव से परिचित कराना है। आयोजन में आए प्रतिभागियों के विभिन्न दल अयोध्या में भी दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे। इसको लेकर ज़िला प्रशासन ने तैयारियाँ तेज कर दी हैं। अयोध्या के ज़िलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि अयोध्या में कल से इन प्रतिभागियों का आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इन अतिथियों का भव्य स्वागत किया जाएगा और अयोध्या की सांस्कृतिक भव्यता से रूबरू कराया जाएगा।




