वीयू- IAVA का 39 वार्षिक अधिवेशन एवं राष्ट्रीय सम्मेलन– 2025 का भव्य शुभारंभ

नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं इंडियन एसोसिएशन ऑफ वेटरनरी एनाटॉमिस्टस
(I AVA)के संयुक्त तत्वाधान में 39 वा अधिवेशन एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य शुभारंभ आज पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के सभागार में किया गया । यह राष्ट्रीय सम्मेलन एनाटॉमी विभाग द्वारा आयोजित किया जा रहा है जो की 29 से 31 अक्टूबर 2025 तक चलेगा जिसका शीर्षक पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन के समग्र विकास हेतु एवं वैश्विक चुनौतियों को कम करने में पशु शरीर रचना विज्ञान में पारंपरिक एवं नवाचार तकनीक की भूमिका इस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि संस्थापक कुलपति डॉ जीपी मिश्रा एवं विशिष्ट अतिथि माननीय कुलगुरु प्रो पी के मिश्रा ,जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय रहे, कार्यक्रम के अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रोफेसर मनदीप शर्मा जी द्वारा की गई । कार्यक्रम के आयोजक अधिष्ठाता डॉ आरके शर्मा, सम्मेलन सचिव डॉ राखी वैश्य एवं इंडियन एसोसिएशन ऑफ वेटरनरी एनाटॉमिस्टस सोसायटी अध्यक्ष डॉ पी वीएस किशोर, एवं सचिव डॉ पवन कुमार मंचासीन रहे।
इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन
कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं वंदन से हुआ, तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ ,अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर किया गया।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में माननीय कुलपति प्रो मनदीप शर्मा जी ने सभी पुरस्कार प्राप्त विजेताओं को बधाई दी और कहा कि नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के संबंध महाविद्यालय किसानों के हितार्थ कार्य कर रहे हैं तथा नाना जी के सपने को साकार करने में हिस्सेदारी निभा रहे हैं। उन्होंने इस सम्मेलन को शोधार्थी, वैज्ञानिकों के लिए बहुत ही उपयोगी बताया और उन्होंने यह आशा व्यक्त की कि इस सम्मेलन से उपयुक्त निष्कर्ष निकलकर आएगा। उन्होंने बताया कि आज का समय कोलैबोरेटिव रिसर्च का है ,विज्ञान आज बहुत प्रगति कर चुका है विज्ञान के क्षेत्र आज नेटवर्किंग का बहुत महत्व है। उन्होंने कोलैबोरेटिव रिसर्च के माध्यम से पशु चिकित्सा एवं पशुपालन क्षेत्र में नवाचार संभव हो सकेगा तथा जो पशुपालकों के लिए उपयोगी होगा साथ ही छात्र-छात्राओं को सीखने की नई दिशाएं प्रदान करेगा।
अपने उद्बोधन में
मुख्य अतिथि संस्थापक कुलपति डॉ जीपी मिश्रा ने इस सम्मेलन को प्रतिभागियों के लिए बहुत उपयोगी बताया और कहा के विभिन्न तकनीकी सत्रों में पढ़े जाने वाले शोध पत्र इस विषय पर बहुत उपयोगी जानकारी देंगे तथा कुछ कमियों पर भी चर्चा होगी जो पशु चिकित्सा के क्षेत्र में उपयोगी साबित होगी। और यह उम्मीद जताई कि इस सम्मेलन से कुछ सकारात्मक निष्कर्ष निकल कर आएगा ।
विशिष्ट अतिथि कुलपति जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रो पी के मिश्रा जी ने अपने उद्बोधन में इस सम्मेलन के विषय को बहुत ही उपयुक्त बताते हुए कहां की वेटरनरी एनाटॉमी अपने आप में एक कठिन विषय है और आज के समय में वेटरनरी एनाटॉमी और मेडिकल एनाटॉमी के लोग साथ जुड़ के नई तकनीक साझा करेंगे तो पशु चिकित्सा क्षेत्र में लाभ होगा ।
आयोजक अधिष्ठाता डॉ आरके शर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया। IAVA के अध्यक्ष डॉ पी वी एस किशोर ने अपने उद्घाटन उद्बोधन में IAVA की जानकारी देते हुए इस सम्मेलन को एक मल्टी डिसीप्लिनरी सम्मेलन बताया।
आयोजन सचिव डॉ. राखी वैश्य ने इस संपूर्ण कार्यक्रम के तीन दिवस होने वाले कार्यक्रम की जानकारी साझा की।
तीन दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम चरण में मंचासीन अतिथियों द्वारा मंच से राष्ट्रीय संगोष्ठी के कंपेन्डीयम, 2 पुस्तको का अनावरण एवं विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं एवं शोधार्थियों को उनके उत्कृष्ट वैज्ञानिक योगदान हेतु सोसाइटी पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। जिसमें लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड डॉ उमाकांत मिश्रा तथा डॉ एल एन दास को दिया गया। वी आर भम्भारकर एनाटॉमिस्ट आफ द ईयर अवार्ड डॉ जगपति रमैया तिरुपति तथा डॉ पी सी कालिता मिजोरम को दिया गया। IAVA फैलोशिप 2025 अवार्ड वेस्ट बेंगाल डॉ अरुण कुमार मंडल तथा डॉक्टर सुनील कुमार गुप्ता महू वेटरनरी कॉलेज को दिया गया डॉ पी एस ललिथा अवार्ड डॉ सागरिका को तथा डॉ यू के मिश्रा एवं पी वी एस किशोर अवार्ड आई वीआरआई इज्जतनगर के डॉ सुबोध कुमार को दिया गया।
गौरतलब है कि इस तीन दिवसीय
पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के एनाटॉमी विभाग द्वारा आयोजित सम्मेलन मे जिसका विषय -पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन के समग्र विकास हेतु एवं वैश्विक चुनौतियों को कम करने में पशु शरीर रचना विज्ञान में पारंपरिक एवं नवाचार तकनीक की भूमिका ।
में देशभर के विभिन्न राज्यों से 200 शोधार्थी, वैज्ञानिक, शिक्षक एवं विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। इस सम्मेलन के दौरान कुल शोध सारांश 232 तथा 22 मुख्य शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे इन तीन दिवसों में कुल 17 तकनीकी सत्र रहेंगे जिसमें प्रमुख विषय एनाटॉमी आफ वाइल्डलाइफ एंड जू एनिमल /डेवलपमेंट एनाटॉमी एनाटॉमिकल तकनीक बायोटेक्नोलॉजी एवं स्टेम सेल आदि रहेंगे।
प्रथम दिवस के द्वितीय चरण में विभिन्न टेक्निकल सेशंस रखे गए एवं तृतीय चरण में छात्र छात्राओं द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के भूतपूर्व अधिकारी डॉ आर पी एस बघेल डॉ जैन, डॉ ओपी श्रीवास्तव , मथुरा से पधारे डॉ पंकज शुक्लाआदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ एस एस तोमर की विशेष उपस्थिति रही, साथ ही विश्वविद्यालय के अधिकारीगण में डॉ जीपी लखानी,डॉ मधु स्वामी डॉ सुनील नायक , डॉ शोभा जावरे, डॉ मोहन सिंह, रणविजय सिंह,डॉ एस घोष डॉ बी रॉय, डॉ अंजू नायक डॉ अपरा शाही, डॉ सोना दुबे आदि तथा सभी विभागों के विभाग अध्यक्ष, प्राध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
संपूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाने के आयोजन सह सचिव डॉ एस के करमोरे,डॉ निधि गुप्ता, डॉक्टर पायल जैन ,डॉ आर के बरैया , डॉ शशि टेकाम व कार्यक्रम हेतु निर्मित विभिन्न समितियो के अध्यक्ष एवं सदस्यों के महत्वपूर्ण भूमिका रही मंच संचालन डॉ पूनम शाक्य व आभार ज्ञापन आयोजन सह सचिव डॉ एस के कारमोरे द्वारा किया गया।


