600 किमी दूर से डॉक्टर ने लगाई अटेंडेंस, महीने भर की सैलरी काटी

भोपाल। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार थम नहीं रहा है। सरकार इस पर लगाम लगाने के लाख दावे करे, लेकिन प्रशासनिक अमला इसका भी तोड़ निकाल लेते हैं। हालांकि, चुनिंदा मामले सामने आने के बाद कुछ कार्रवाई की जाती है, लेकिन अधिकतर मामले सामने नहीं आ पाते। ताजा मामला राजधानी का है, ऐसे में जिलों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
ताजा मामले में राजधानी में तैनात दो डॉक्टर सार्थक ऐप पर अलग-अलग चेहरों का इस्तेमाल करके नकली अटेंडेंस लगाते पाए गए। चीफ मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर डॉ. मनीष शर्मा ने गौतम नगर और बाग मुगालिया के संजीवनी क्लिनिक में सार्थक ऐप के रेगुलर रिव्यू के दौरान पाया कि अटेंडेंस में गड़बड़ी मिली है। सार्थक ऐप पर डॉक्टरों की अटेंडेंस में गड़बड़ी मिलने के बाद CMHO, भोपाल ने कार्रवाई की है। इस मामले में दो डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही दोनों डॉक्टरों का एक माह का वेतन काटने का आदेश दिया गया है।
CMHO द्वारा सार्थक ऐप के रेगुलर रिव्यू के दौरान यह पाया गया कि गौतम नगर में मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक में तैनात मेडिकल ऑफिसर डॉ. संजीव सिंह ने कई बार अपने काम की जगह से करीब 600 किलोमीटर दूर से अपनी अटेंडेंस लगाई थी, जबकि उनकी रोजाना की अटेंडेंस करीब 11 किलोमीटर दूर से लग रही थी।
एक और मामले में बाग मुगालिया में मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक के डॉक्टर डॉ. मिन्हाज की अटेंडेंस में अलग-अलग चेहरे दिख रहे थे। यह सार्थक ऐप के साथ छेड़छाड़ का इशारा है। डॉ. शर्मा ने कहा कि दोनों डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।




