भंडारे और मानता भोज में डिस्पोजेबल सामग्री पर प्रतिबंध 5 हजार बर्तन सेट, इतनी ही टोकरियां और कपड़े के थैले जुटाएंगे पॉलिथीन उपयोग पर निगरानी रखेंगे:विहिप
राजगढ़ जालपा माता की पहाड़ी को अप्रैल 2026 तक पूरी तरह पॉलिथीन मुक्त बनाने की दिशा संघ के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम मे विश्व हिंदू परिषद मध्य भारत क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री जितेंद्र जी पवार के मार्गदर्शन में विश्व हिंदू परिषद नगर राजगढ़ द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। हाल ही में परिषद की दीपावली मिलन बैठक में इस निर्णय को सर्वसम्मति से पारित किया गया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शित करते हुए क्षेत्रीय संगठन मंत्री जितेंद्रपवार ने कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता ,पर्यावरण संरक्षण स्वदेशी भाव के जागरण एवं नागरिक शिष्टाचार के बारे में विस्तृत मार्गदर्शन कार्यकर्ताओं को प्रदान किया । उन्होंने कार्यकर्ताओं से सिंगल टाइम सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग व्यक्तिगत रूप से बंद करने का आग्रह किया

विश्व हिंदू परिषद ने इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है, जिसमें श्रद्धालुओं, दुकानदारों और मंदिर प्रबंधन को सक्रिय सहयोग के लिए जोड़ा जाएगा। विश्व हिंदू परिषद परिषद के जिलाध्यक्ष तेजेंद्र उपाध्याय ने बताया कि प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु मैया जालपा के दरबार में पहुंच रहे हैं। दर्शन और प्रसाद अर्पण के दौरान श्रद्धालु पॉलिथीन की थैलियों का व्यापक उपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा, मानता उतारने और भंडारे के आयोजनों में डिस्पोजेबल प्लेट, दोने और प्लास्टिक गिलासों का प्रयोग भी लगातार बढ़ रहा है। इससे पहाड़ी क्षेत्र में बड़ी मात्रा में प्लास्टिक कचरा जमा हो गया है, जो न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि धार्मिक स्थल की पवित्रता को भी प्रभावित कर रहा है। इस स्थिति को सुधारने के लिए परिषद ने तीन प्रमुख निर्णय लिए हैं।
निगरानी के लिए समिति का गठन होगा
इस पूरी योजना को लागू करने से पहले विश्व हिंदू परिषद, मंदिर सेवा न्यास और जिला प्रशासन की संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में कार्ययोजना की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा और इसके क्रियान्वयन की निगरानी के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। परिषद का मानना है कि जनभागीदारी और अनुशासन से मैया जालपा की पहाड़ी को पॉलिथीन मुक्त बनाना पूरी तरह संभव है। अप्रैल-2026 तक इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।
बैठक में परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री जितेंद्र पंवार सहित कई पदाधिकारी शामिल हुए।
बैठक में ये शामिल हुए : बम-बम आश्रम के महंत गोदावरी पुरी नागा बाबा, बजरंग दल के पूर्व प्रांत संयोजक देवी सिंह सोंधिया, दुर्गा वाहिनीं प्रांत सह संयोजिका आकांक्षा दुबे, विभाग सह मंत्री तरवर पंवार, ब्यावरा जिला अध्यक्ष मोहन सोलंकी जिला मंत्री मयंक जायसवाल विभाग सहसंयोजक आशीष मेवाडे कोषाध्यक्ष बृजकिशोर अनंत, नगर अध्यक्ष विशाल करोसिया, मंत्री लोकेश शर्मा, प्रखंड मंत्री संतोष राणा, जिला संयोजक सोनू शर्मा गौ सेवा प्रमुख लक्ष्मी नारायण तंवर प्रचार प्रसार प्रमुख लखन गुर्जर, महाविद्यालय प्रमुख राजू मालवीय जिला संयोजिका रामकला तोमर जगदीश सेन मनमोहन प्रजापतिसहित अन्य मौजूद थे।
जानिए… पहाड़ी को पॉलिथीन मुक्त करने की कार्ययोजना में ये निर्णय शामिल
पहला निर्णय – भंडारे और मानता के भोज कार्यक्रमों में अब डिस्पोजेबल सामग्री का उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। इसके स्थान पर उपयोगी और घुलने योग्य बर्तनों की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए परिषद द्वारा सेवा न्यास और मंदिर प्रबंधन समिति को 5000 थालियां, 5000 गिलास और 5000 कटोरियां उपलब्ध कराई जाएंगी। ये बर्तन जन सहयोग के माध्यम से जुटाए जाएंगे, ताकि ये पहल समाजिक प्रतीक बन सके।
दूसरा निर्णयः मंदिर परिसर की सभी दुकानों पर पॉलिथीन का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। दुकानदारों और श्रद्धालुओं को कपड़े के थैले और कागज के पैकेट उपलब्ध कराए जाएंगे। विश्व हिंदू परिषद और मंदिर के पुजारी परिवार इस व्यवस्था की निगरानी करेंगे। घरों से पॉलिथीन में सामग्री लेकर आने वाले श्रद्धालुओं पर भी नजर रखी जाएगी और उपयोग की गई पॉलिथीन को डस्टबिन तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।
तीसर निर्णय: पहाड़ी के नीचे प्रसाद बेचने वाले दुकानदारों से जुड़ा है। परिषद 5000 डलियाएं खरीदकर दुकानदारों को देगी, ताकि वे प्रसाद पॉलिथीन में न रखकर इन पर्यावरण अनुकूल डलियाओं में श्रद्धालुओं तक भेज सकें। इससे मंदिर तक पॉलिथीन के पहुंचने की समस्या खत्म होगी।


