नरसिंहगढ़ के लकड़ी माफियाओ का ब्यावरा में आतंक ब्यावरा की ग्राम पंचायत पगारा के नलखेड़ा गांव में लकड़ियों का अवैध भंडार
राजगढ़ ब्यावरा नरसिंहगढ़ नेशनल हाईवे पर स्थित पगारी बांग्ला गांव से 5 किलोमीटर दूर पगारा ग्राम पंचायत के गांव नलखेड़ा में लकड़ियों का अवैध भंडार
नरसिंहगढ़ कोठरी कला क्षेत्र के लकड़ी माफियों का ब्यावरा की ग्राम पंचायत पगारा में आतंक ग्राम पंचायत पगारा के नलखेड़ा गांव में चौकीदार के घर से 500 मीटर की दूरी पर 2 किलोमीटर परिक्षेत्र में लगभग 100 से 150 गीले पेड़ों की अवैध कटाई जारी हैं।
लकड़ी माफियाओं के द्वारा कुशलपुरा डैम की शासकीय भूमि पर पांच ट्रक गीली लकड़ियों का अवैध भंडार
पगारा गांव से निकलने के बाद रोड़ पर 500 मीटर की दूरी के बाद रोड के दोनों और। जगह-जगह लकड़ियों के बड़े बड़े स्टॉक है सभी स्टॉक और काटी गई लकड़ियों को एकत्रित किया जाए तो लगभग 10 ट्रक गीली लकड़ियों का अवैध भंडार होने का अनुमान है।
वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत पगारा के सरपंच का कहना है कि नलखेड़ा में काटी जा रही लकड़ियो के संबंध में किसी भी प्रकार का आवेदन लकड़ी काटे जाने के के लिए नहीं आया और ना ही हमारे द्वारा लकड़ी काटे जाने की अनुमति दी गई है काटी गई सभी लकड़ी अवैध रूप से काटी गई। ग्राम पंचायत नलखेड़ा के चौकीदार का कहना है कि मेरे पास पटवारी जी का फोन आया और वह बोले की आप गांव में जाकर देखो कुछ लोग अवैध रूप से लकड़ी काट रहे हैं जब मैने गांव के आसपास चारों ओर घूम कर देखा तो महुआ,इमली, जामुन,बमूल,गुराड आदि कहीं प्रजातियों के गिले पेड़ काटे गए
पत्रकार प्रतिनिधि मंडल के द्वारा कुछ ग्रामीणों से बात की गई तो ग्रामीणों ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि यहां कुछ लोग पिछले डेढ़ महीने से कोटरी कला क्षेत्र के लोग लगातार गांव में लकड़ी काटने आ रहे हैं।और यह कब किस से लकड़ी काटने का सौदा करते हैं और कितनी लकड़ी काट कर ले जाते हैं हमें बिल्कुल पता नहीं हैं।हां यह बात सच है कि यहां लकड़ी काटने का काम काफी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। गांव वालों का यह भी कहना हैं कि हमें सूत्रों से पता चला हैं की यह लोग सस्ते,सस्ते,दामों पर ठेका लेकर खरीद लेते हैं।अधिकतर कोटरी कला के लकड़ी माफ़िया जिले में सभी गांवों में जाकर ठेका लेते हैं और बेधड़क मशीनों से दिन दहाड़े कटवा लेते हैं और सूत्रों से पता चला हैं कि इन लोगों की ऊपर तक सेटिंग बड़े पैमाने होती हैं इसीलिए कार्यवाही के नाम पर सिर्फ लीपापोती की जाती हैं अब देखना यह की प्रशासन इन लकड़ी माफियों पर कितनी बड़ी कार्यवाही करता हैं।
इस मामले पटवारी का कहना है कि मेरे द्वारा 8,,10 गीले पेड़ों का पंचनामा बनाया गया है और वह पंचनामा तहसीलदार साहब को सौंप दिया।
ब्यावरा तहसीलदार सुभाष अलावे का कहना है कि मुझे अभी ठीक से जानकारी नहीं है सुबह पटवारी से जानकारी लेकर आपको बताता हूं