तो इस स्कूल में मुस्लिम बेटियों के साथ हो रहा अत्याचार, देख लीजिये डॉ मोहन सरकार …
अमलाई रेल्वे फाटक स्थित सेवन ओशियन स्कूल मे टीचर द्वारा छात्रा से की गई मारपीट का मामला पंहुचा थाने
अब वह दौर नहीं रहा जब बेटी मां बाप के लिये किसी बोझ कि तरह हो, आज कि बेटी चांद से लेकर विज्ञान तक जमीन से लेकर आसमान तक अपनी मेहनत और जज्बे और दूरदर्शी सोच से पहुंच चुकी है, कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में बेटियां देश का समाज का व अपनें परिवार का नाम रौशन कर रही है, दूसरी तरफ सरकार भी बेटियों के लिये तमाम योजनाओं का संचालन कर उन्हें आगे बढानें में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है, लेकिन कुछ संस्थान आज भी ऐसे हैं जहां बेटियों को न ही वह सम्मान दिया जा रहा है और न ही उनके प्रति सरकार के मंशानुरुप सोच ही विकसित की जा रही है।
धनपुरी (शहडोल) कोयलांचल।
मामला शहडोल जिले में संचालित एक निजी विद्यालय की छात्रा से जुड़ा है, जिसे एक शिक्षिका की प्रताड़ना का महज इसलिये शिकार होना पड़ रहा है कि वह मैडम की पढाई से ज्यादा पढ़कर आगे बढ़नें का प्रयास की। इतना ही नहीं उक्त छात्रा का मैडम की पढाई से आगे निकलना मैडम को इस तरह नागवार गुजरा की मैडम नें पूरी क्लास के सामनें उक्त छात्रा की न सिर्फ जमकर पिटाई लगाई बल्कि छात्रा को धर्म विशेष होनें का टिप्पणी कर यह भी कह दिया कि तुम पढ़ लिखकर क्या करोगी, अपनें घर पर रहो वही अच्छा है। ऐसे में सवाल यह है कि यदि जिन विद्यालयों में ऐसे शिक्षक शिक्षा का पाठ पढा़येंगे उस विद्यालय का शैक्षणिक सिद्धांत कितना अच्छा हो सकता है। बहरहाल पीडित छात्रा के परिजनों नें पूरे मामले की शिकायत थानें से लेकर सीएम हेल्पलाइन में भी दर्ज कराई है, और शिक्षिका सहित स्कूल प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल उठाते सख्त कार्यवाही की मांग की है।
*जानिये क्या है पूरा मामला*
मामला शहडोल जिले की कोयलांचल नगरी धनपुरी अमलाई में संचालित सेवन ओसियन स्कूल अमलाई नामक निजी विद्यालय से सामने आया है, जहां कक्षा बारहवीं की छात्रा के साथ मारपीट की गई और धर्म विशेष क़ो लेकर टिप्पणी की गई। छात्रा की बड़ी बहन नें थाना अमलाई में लिखित शिकायत देते हुये बताया कि उसकी छोटी बहन दिनांक 2/9/2025 क़ो जब स्कूल से घर पहुंची तो उसे काफी तेज बुखार था, वह बिना कुछ खाए पिए ही बिस्तर पर सो गई, हम लोगो ने भी ज़्यादा ध्यान नहीं दिया और अपने घरेलू कार्यों में व्यस्त हों गये, शाम क़ो मेरी बहन क़ो ट्यूशन पढ़ाने जब सर आए तब वह अपनी बहन क़ो आवाज दे कर बोली, की उठ जाओ सर आए हुए हैं। जिस पर छोटी बहन की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो, वह उसके कमरे में गई जहाँ वो बुखार से तप रही थी, तब मैंने अपनी बहन क़ो बोला की तुमको इतनी तेज़ बुखार हैं। बताई क्यू नहीं? और अपनी छोटी बहन क़ो बोली चलो अस्पताल चलकर डॉक्टर को दिखा लो दवाई ले लो, और वापस आ कर ट्यूशन वाले शिक्षक से बोली सर इसे तेज़ बुखार हैं शायद वायरल हैं, आज इसे छुट्टी दे दीजिए, और उसे लेकर हॉस्पिटल चली गई। जहां डाक्टर ने दवाइयां दी, और तीन दिन बाद फिर से आने क़े लिए कहा, मेरी बहन की तबीयत में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा था, वो सर दर्द और चक्कर की शिकायत लगतार बता रही थी, जिसके बाद बीते दिनांक 20/9/2025 क़ो दोपहर में सेवन ओसियन स्कूल से मेरी माता जी क़े फोन पर स्कूल से फोन आया और स्कूल की महिला टीचर ने माँ से कहा की आपकी बेटी की स्कूल फीस ज़मा नहीं हैं। उसकी फीस ज़मा करवाइए, तब मेरी माँ ने सेवन ओशियन स्कूल अमलाई की शिक्षिका से कहा की आप क्यू आर कोड भेज दीजिए पेमेंट मैं कर देती हूँ, तब सेवन ओशियन स्कूल की शिक्षिका ने मेरी माँ से बोला की आपकी बेटी काफी दिनों से स्कूल क्यू नहीं आ रही हैं। माँ ने शिक्षिका क़ो बताया की उसकी तबीयत खराब हैं इसलिए वो स्कूल नहीं जा पा रही हैं। इस पर सेवन ओसियन स्कूल की मैडम ने कहा की जितने दिन वो स्कूल नहीं आई हैं उसका मेडिकल बनवाकर ही स्कूल भेजिएगा। मां नें मुझ से स्कूल टीचर की पूरी बात बताते हुये कहा थोड़ा बहन से तुम पूछो कि और कोई बात तो नहीं हैं। तब मैं अपनी बहन से पूछी तो उसने रोते हुये अपने साथ घटित घटना क़े बारे मे विस्तार से बताई, जिसके बाद अमलाई थाने में मैनें पूरे घटना की शिकायत दर्ज कराई है।
*शिकायत से पहले ही समझौते का प्रयास*
अमलाई में संचालित सेवन ओशियन स्कूल के संचालकों के पहुंच का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि जब पीडित छात्रा की बहन नेहा अमलाई थानें में शिकायत करनें पहुंची तो उसकी शिकायत दर्ज करनें की जगह वहां मौजूद पुलिस स्टॉफ स्कूल की पैरवी करनें में जुट गया और मामलें में शिकायत नहीं बल्कि समझौता करनें की बात कहने लगा। नेहा नें बताया कि पुलिस मुझ से ही तरह तरह के सवाल करने लगी। जिसके बाद मैंनें घर पर फोन लगाकर यह बताया कि पुलिस लिखित शिकायत की कॉपी नही ले रही हैं। बल्कि पुलिस द्वारा यह कहा जा रहा हैं की आपस में बैठकर बात कर लो, हम सेवन ओसियन स्कूल की मैडम क़ो बुला लेते है, फालतू कोर्ट कचहरी क़े चक्कर में मत पड़ो, जब पुलिस ने मेरी लिखित शिकायत नहीं ली तो मैं अपने परिचितों क़ो फोन लगाने लगी ताकि मेरी मदद हों सके और पुलिस मेरे बहन क़े साथ हुई घटना की रिपोर्ट लिख ले। मैं अपने परिचित क़ो घटना की जानकारी देने लगी, और सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करनें की बात कही तो एक पुलिस वाले ने कहा कि ऑनलाइन शिकायत लिख लेता हूँ, जिसके बाद शिकायत दर्ज हो सकी।
*धर्म विशेष पर टिप्पणी को लेकर उठ रहे सवाल*
नेहा नें बताया कि शिकायत कॉपी में पावती न देते हुयें पुलिस ने अपने हिसाब से कम्प्यूटर में शिकायत लिखते हुये एक प्रति देते हुए कहा आपकी शिकायत दर्ज हो गई है। अब हम सेवन ओसियन स्कूल अमलाई की मैडम क़ो बुलाकर उसका भी बयान लेंगे, उसके बाद देखेंगे, कि मामला क्या है फिर आगे की कार्यवाही की जायेगी। नेहा नें बताया कि उसकी बहन को संबंधित मैडम ने न सिर्फ मारा बल्कि पूरे क्लास के सामनें उससे जिस भाषा का उपयोग किया गया उससे वह काफी व्यथित है।
*सीएम से न्याय की गुहार, सख्त कार्यवाही की मांग*
पीडित परिजन नेहा ने कहा कि
इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत उन्होनें सीएम हेल्पलाइन में भी दर्ज कराई है और बहन क़े साथ घटित हुई सारी घटना क़ो विस्तार से बताया है। नेहा नें कहा कि प्रदेश क़े मुखिया से वह इन्साफ की उम्मीद करती है। और दोषियो पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग करती है।और शिक्षा क़े मंदिर में अभिभावकों के उस विश्वास को जीवित करे ताकि वह अपने बच्चो एक अच्छी शिक्षा और अच्छा नागरिक बनानें का सपना पूरा कर सके। सरकार एक तरफ जहां बेटी बचाओ, बेटी पढाओं की बात को न्याय दिलाते हुये स्पष्ट करें।
*पहले भी विवादों में आ चुका है विद्यालय*
गौर करनें वाली बात यह भी है कि इसके पूर्व भी सेवन ओसियन नामक यह विद्यालय सुर्खियों में आ चुका है। इस स्कूल के संचालक पर गंभीर आरोप लग चुके हैं, जिसके बाद न सिर्फ स्कूल प्रबंधन की जमकर किरकिरी हुई थी। बल्कि स्कूल में हो रहे कार्यशैली भी उजागर हो चुकी है।