गौशालाओं में पूरी क्षमता अनुसार गौवंश रखा जाए टैग्ड गौवंश का ही सत्यापन किया जाए – कलेक्टर
राजगढ़
कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने जिले में संचालित गौशालाओं में पूरी क्षमता अनुसार शतप्रतिशत गौवंश रखे जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मैदानी पशु चिकित्सा अधिकारियों से कहा है कि वे गौशालाओं का नियमित निरीक्षण करें। साथ ही गौशालाओं में सिर्फ टैग लगे हुए गौवंश का ही सत्यापन किया जाए। बुधवार को जिला गौपालन एवं पशुधन संवर्द्धन समिति की बैठक में उन्होंने कहा कि सभी गौशालाओं में पशुओं के लिए चारा पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहें। बैठक में समिति के उपाध्यक्ष श्री कपिल शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री के.एस. बंजारे सहित समिति सदस्य उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गो पर निराश्रित गौवंश विचरण न करे। जहां निराश्रित गौवंश अधिक संख्या में एकत्रित होता है वहां संबंधित ग्राम पंचायत द्वारा मनरेगा से मजदूर तैनात कर गौवंश को सर्विस रोड पर या अन्य सुरक्षित स्थानो पर भेजा जाए। इन मजदूरों की वर्दी, लाठी, टार्च एवं व्हिसिल—इत्यादि भी उपलब्ध कराई जाए। पशुचिकित्सा विभाग अथवा संबंधित निकाय द्वारा इस कार्य में राष्ट्रीय राजमार्ग के पेट्रोलिंग वाहनों की भी मदद ली जाए। बैठक में समिति के उपाध्यक्ष श्री कपिल शर्मा ने कहा कि बीमार अथवा दुर्घटना ग्रस्त गौवंश की सूचना मिलने पर उनके उचित रेस्क्यू का कार्य शीघ्रता से किया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि बरसात के मौसम में कृषि उपजमंडियों में उपलब्ध खाली जगह पर निराश्रित गौवंश को आश्रय दिया जा सकता है। बैठक में उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. महिपाल सिंह कुशवाह ने जिले में गौशालाओं की स्थिति की जानकारी प्रस्तुत की।