केंद्रीय मंत्री रेड्डी और भाजपा नेताओं ने आतंकी हमले को लेकर किया विरोध प्रदर्शन

हैदराबाद| केंद्रीय कोयला और खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने बुधवार को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ हैदराबाद में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। एआईएमआईएम अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी पहलगाम में हुए हमले की कड़ी निंदा की और केंद्र से आतंकवादियों को नहीं बख्शने का अनुरोध किया।
किशन रेड्डी, जो भाजपा की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष भी हैं ने पार्टी सांसदों, विधायकों और अन्य नेताओं के साथ शहर के बीचों-बीच टैंक बंड के पास अंबेडकर प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया। हाथों में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज लिए हुए उन्होंने पाकिस्तान की निंदा करते हुए और मारे गए पर्यटकों के सम्मान में नारे लगाए। भाजपा सांसद के. लक्ष्मण, ई. राजेंद्र, कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी और अन्य ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
किशन रेड्डी ने पहले आतंकी हमले की निंदा की। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष नागरिकों पर हुए भयानक आतंकी हमले से बहुत दुखी हूँ। क्रूरता का यह कायरतापूर्ण और अमानवीय कृत्य अस्वीकार्य है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएँ और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ। आतंकवाद के खिलाफ देश एकजुट है।
इस बीच AIMIM के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने बुधवार को यहां मीडियाकर्मियों से कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों का धर्म पूछकर उनकी हत्या कर दी। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार इन आतंकवादियों को सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा, यह दुखद है। यह नरसंहार है। हम पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं।
ओवैसी ने कहा कि यह आतंकी हमला खुफिया विफलता का नतीजा है। उन्होंने मांग की कि नरेंद्र मोदी सरकार अपनी निवारक नीति की फिर से जांच करे। सांसद ने कहा कि यह घटना उरी और पुलवामा से भी ज्यादा निंदनीय है, क्योंकि पड़ोसी देश से आए आतंकवादियों ने नागरिकों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा, हमारी पार्टी मांग करती है कि मोदी सरकार जिम्मेदारी तय करे। एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि आतंकी हमला पर्यटन उद्योग को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से आतंक फैलाने आए आतंकवादियों ने ऐसा इलाका चुना जो सड़क से भी जुड़ा नहीं है।