छत्तीसगढ़

क्षेत्र का तेजी से हो रहा विकास, चिरमिरी को मिलेगी नालंदा परिसर लाइब्रेरी की सौगात, 250 सीटों की आधुनिक लाइब्रेरी से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी अब शहर में ।

एमसीबी/चिरमिरी। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग अंतर्गत नगर पालिक निगम चिरमिरी (एमसीबी) द्वारा नालंदा परिसर लाइब्रेरी के निर्माण का भूमिपूजन कार्यक्रम लाहिड़ी कॉलेज, छोटा बाजार चिरमिरी में भव्य रूप से सम्पन्न हुआ। 429.22 लाख रुपए की लागत से बनने वाली यह लाइब्रेरी 250 सीटों की क्षमता वाली होगी, जिससे चिरमिरी और आसपास के विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अब बाहर के शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा।

कार्यक्रम की शुरुआत विधि – विधान से पूजा-अर्चना एवं भूमिपूजन के साथ हुई। इसके पश्चात मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में महापौर राम नरेश राय, सभापति संतोष सिंह नापानि0, एमआईसी सदस्य बबलू डे, जिला महामंत्री द्वारिका प्रसाद जायसवाल, मंडल अध्यक्ष पुरुषोत्तम सोनकर, पूर्व महापौर डमरू बेहरा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, पार्षद एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। मंच संचालन रीत जैन और आभार नगर निगम के ई द्वारा किया गया।

इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त रामप्रसाद आंचला ने कहा कि शिक्षा की दृष्टि से चिरमिरी के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। राजधानी रायपुर में नालंदा लाइब्रेरी की सदस्यता के लिए छात्रों को लंबा इंतजार करना पड़ता है, वहीं अब यही सुविधा चिरमिरी के विद्यार्थियों को भी मिलेगी। उन्होंने इसके लिए स्थानीय विधायक का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री एवं स्थानीय विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि वर्ष 1952 में स्थापित शासकीय लाहिड़ी स्कूल और महाविद्यालय ने क्षेत्र को अनेक जनप्रतिनिधि दिए हैं। उन्होंने बताया कि अपने कार्यकाल में महाविद्यालय को पीजी का दर्जा दिलाया गया और लगातार शिक्षा के विकास के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। नालंदा परिसर लाइब्रेरी का निर्माण चिरमिरी को शिक्षा का हब बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।

  श्री जायसवाल ने आगे कहा कि चिरमिरी में 120 सीटों का एएनएम नर्सिंग कोर्स भी शुरू किया जाएगा, जिसमें शत-प्रतिशत प्लेसमेंट की व्यवस्था होगी। यह परियोजनाएं शिक्षा के साथ-साथ रोजगार के क्षेत्र में भी मील का पत्थर साबित होंगी।

नालंदा परिसर लाइब्रेरी के निर्माण से चिरमिरी के छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण अध्ययन का वातावरण मिलेगा और क्षेत्र में शिक्षा का स्तर नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।

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