मुख्य सचिव ने किया राजीविका विकास क्लस्टर लेवल फेडरेशन का अवलोकन राजीविका ग्रामीण उद्यमिता का सशक्त मॉडल – वी. श्रीनिवास

जयपुर, 8 दिसम्बर । मुख्य सचिव श्री वी. श्रीनिवास सोमवार को सांगानेर के ठीकरिया स्थित राजीविका विकास क्लस्टर लेवल फेडरेशन पहुंचे । उन्होंने कहा कि राजीविका ग्रामीण उद्यमिता का एक सशक्त मॉडल है जिसके माध्यम से महिला आत्मनिर्भर बन अपने परिवार, गाँव और समाज में अपनी अलग पहचान अर्जित कर रही है । उन्होंने ब्लू पॉटरी एवं बगरू प्रिंट से जुड़ी लखपति दीदियों से संवाद कर उनकी आजीविका गतिविधियों के अनुभव जाने ।
मुख्य सचिव ने राजीविका के सफलता-यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि पहले जहाँ केवल सिलाई यूनिट तक ही आजीविका सीमित थी, वहीं आज महिलाएँ अनेक क्षेत्रों में लखपति दीदी बनकर अपनी अलग पहचान स्थापित कर रही हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि राजस्थान की स्वयं सहायता समूहों की इन प्रेरणादायक कहानियों को माननीय प्रधानमंत्री महोदय तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। मुख्य सचिव ने महिलाओं द्वारा निर्मित विविध उत्पादों की विशेष प्रशंसा भी की। साथ ही सेनेटरी नैपकिन यूनिट का अवलोकन किया गया ।
बायर सेलर मीट से मिलेगा उत्पादों को व्यापक बाजार- श्रीमती गुहा
अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती श्रेया गुहा ने कहा कि आज ग्रामीण महिलाएँ अपने कौशल एवं परिश्रम के बल पर पूर्णतः स्वतंत्र एवं आत्मविश्वासी बन रही हैं। राजीविका प्लेटफॉर्म ने महिलाओं में उद्यमिता को मजबूत आधार प्रदान किया है। श्रीमती गुहा ने बताया कि राजीविका द्वारा कृषि एंव पशुपालन संबधित व्यवसाय को बढ़ावा देने हेतु ‘बायर सेलर मीट’ का प्रारंभ किया गया है जिससे राजीविका की महिलाए अपने उत्पाद सीधे ही बड़ी कंपनियों को बेच सकेगी उन्होंने आश्वासन दिया ‘बायर सेलर मीट’ को और व्यापक स्तर पर बढ़ाया जाएगा ।
जयपुर संभागीय आयुक्त श्रीमती पूनम ने निर्देश दिए कि राजस्थली मार्ट की तर्ज पर विभिन्न जिलों में भी महिला उद्यमियों के उत्पादों के लिए स्थानीय “मार्ट” स्थापित किए जाएँ, ताकि उनके उत्पादों को व्यापक बाजार मिल सके।
राजीविका की स्टेट मिशन डायरेक्टर श्रीमती नेहा गिरि ने बताया कि किस प्रकार स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं ने कृषि, उद्यमिता, वित्तीय सेवाओं, कला एवं हस्तशिल्प जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय आत्मनिर्भरता प्राप्त की है। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जोड़ने एवं राजस्थानी पारंपरिक खाद्य उत्पादों को बढ़ावा देने का आश्वासन भी दिया।
इस अवसर पर लखपति दीदी श्रीमती इंदिरा देवी ने मुख्य सचिव से अपनी राजीविका यात्रा साझा करते हुए बताया कि हस्तनिर्मित लकड़ी उत्पाद कार्य कर प्रतिमाह ₹10,000 से अधिक की नियमित आमदनी अर्जित कर रही हैं तथा विभिन्न मेलों व प्रदर्शनियों में सक्रिय रूप से भी भाग लेती हैं।
राजस्थान ग्रामीण बैंक (आरजीबी) में बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट के रूप में कार्यरत श्रीमती मीनू शर्मा ने बताया कि किस प्रकार उन्होंने सुरक्षा बीमा योजना सहित विभिन्न वित्तीय सेवाओं का लाभ ग्रामीण परिवारों तक पहुँचाया। उन्होंने बताया कि वे बैंकिंग सेवाओं के माध्यम से प्रतिमाह 1 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन कर लगभग ₹45,000 की आय अर्जित कर रही हैं, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त होने में बड़ा सहयोग मिला है।तथा स्वंय के परिवार मैं भी सम्मान बढ़ा है।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक प्रशासन श्रीमति प्रीति सहित अधिकारीगण राजीविका से जुड़ी महिलाएँ उपस्थित रही ।




