अलीगढ़ः “पश्चिमी यूपी में वायु संकट, मौसम गुब्बारों ने खोला जहरीली गैसों का सच”

लखनऊ : पश्चिमी यूपी में हवा की सेहत लगातार बिगड़ रही है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अब तक 32 मौसम गुब्बारे छोड़े गए हैं, जो हीलियम गैस से भरे होते हैं और हर 15 दिन में छोड़े जाते हैं। ये गुब्बारे पृथ्वी की सतह से लगभग 45 किलोमीटर ऊंचाई तक पहुंचते हैं और 4–5 घंटे तक हवा में रहते हैं। इनसे मिले डेटा से पता चला है कि जहरीली गैसें वातावरण की निचली परतों में ही फंसी रहती हैं, जिससे वायु गुणवत्ता तेजी से खराब हो रही है। प्रो. अतीक अहमद के अनुसार, लोकल वार्मिंग का असर लोगों, पर्यावरण और पूरी व्यवस्था पर पड़ रहा है। इससे निर्जलीकरण, थकान, हृदय व श्वसन समस्याएं, धुंध और सांस लेने में दिक्कतें बढ़ रही हैं। स्थानीय जैव विविधता और वनस्पतियाँ भी प्रभावित हो रही हैं। कृषि उत्पादन और फसल चक्र में गिरावट देखी जा रही है। यही वजह है कि प्रभावित क्षेत्रों में वन और हरियाली घट रही है और जलस्रोतों पर भी इसका असर दिख रहा है।



