Breaking News

किशोरियों ने पुलिस दीदी संग साझा किए मन के जज़्बात जागरूकता संवाद में उठा आत्मविश्वास और सुरक्षा का मुद्दा

भोपाल
बालिकाओं ने पुलिस दीदी की दिल की बातें,पुलिस ने कहा कहा जरूरत पड़ने पर 112,1098,1090 पर शिकायत करें। बाल विवाह,बाल तस्करी,बाल यौनशोषण और बाल श्रम पर की चर्चा।

मंडीदीप।जिला पुलिस प्रत्येक थाना स्तर पर स्कूल कालेजों में किशोरी जागरूकता संवाद कार्यक्रम अयोजित कर बालिकाओं को सुरक्षित रहने का सन्देश दे रही है। इस क्रम में मंगलवार को शासकीय राजा भोज महाविद्यालय और शासकीय कन्या हौरसेकेण्डरी स्कूल में किशोरी जागरूकता संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दोनों स्थानों पर पुलिस दीदियों ने 800 से अधिक किशोरी बालिकाओं से संवाद किया।इस दौरान बलिकाओं ने व्यक्तिगक्त और समाज मे अपनी ही उम्र की बालिकाओं के साथ हुई घटनाओं को व्यक्त करते हुए भावुक हो समाधान की मांग की।
जनाकारी साझा करते हुए एसआई मयूरी गौर ने कहा कि अपनी व्यक्तिगक्त जानकारी किसी भी सोशल मीडिया पर साझा न करें। आपके फ़ोटो तो बिल्कुल न डालें।कुछ लोग फ़ोटो का AI से मिसयूज़ करते है। Ai से जेनरेट फ़ोटो से न डरें। उन्होंने कहा कि क्या अच्छा है क्या बुरा है। यह समझना होगा। यदि कुछ गलत होता है तो उसे न सहें। साइबर क्राईम, में न फंसे,अनजाने फोन न उठाएं।

एसआई अपाला सिंह ने कहा कि 13 से19 की उम्र खतरनाक होती। इस उम्र के बच्चे स्वयं डिसीजन लेने में खुद को समर्थ मानते हैं। उन्हें लगता है की हम ही सही हैं।
उन्होंने कहा कि हमे सार्वजनिक नहीं बनना है। अपनी निजी जानकारी अपने पास रखे। टीन एज में यदि कोई अच्छा लगता है तो भी अपनी बातें साझा न करें। इनसे दूर रहें। अपना ध्यान पढ़ाई पर रखें।
थाना प्रभारी विजय त्रिपाठी ने बलिकाओं से कहा कि अपनों से अपनी बातें अपनो से न छुपाएं। यदि अपने माता पिता से कोई बात छुपा रहे हैं तो आप गलत हो। यदि आपके साथ या आपकी सहेली के साथ भी कुछ हुआ है तो बतलाएं।

कृषक सहयोग संस्थान के जिला समन्वयक अनिल भवरे ने बाल विवाह बाल यौन शोषण,बाल तस्करी और बाल श्रम से बच्चों को बचाने की अपील की। साथ ही बाल विवाह मुक्त भारत का संकल्प दिलाया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ वी के साकरिया ने कहा कि इस उम्र में भटकाव होता है इस लिए लक्ष्य तय करें कि कुछ बनना है।
सतलापुर एएसआई अरुणा साना,मंडीदीप एएसआई पदमा वरकरे,शिक्षिका आरती शर्मा कृषक सहयोग संस्था के शिवनारायण सेन सहित बड़ी संख्या में बलिकाओं ने भाग लिया।

Related Articles

Back to top button