बाल विवाह रोकथाम पर कलेक्टर सख्त, सभी अधिकारी रहें अलर्ट बाल विवाह की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों का गंभीरता से निराकरण करें अधिकारी समय-सीमा बैठक आयोजित

राजगढ़
कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में समय-सीमा बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. इच्छित गढ़पाले, अपर कलेक्टर श्री प्रताप सिंह चौहान, संयुक्त कलेक्टर श्री वीरेन्द्र सिंह दांगी तथा अनुविभागीय (राजस्व) अधिकारी डॉ. श्रीमती ज्योति राजोरे सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में ई-ऑफिस, ई-केवाईसी, अवमानना प्रकरण तथा सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतों की समीक्षा की गई। कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने कहा कि सभी अधिकारी लंबित मामलों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निराकरण करना सुनिश्चित करें। लोक निर्माण विभाग को बस स्टैंड के पास छोटी पुलिया की दिशा में गड्ढों की तत्काल मरम्मत कराने निर्देश दिए गए। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को गंभीरता से लेने के निर्देश देते हुए कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने कहा कि बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) प्रशिक्षित रहें, नियमित बैठकें करें, एन्यूमरेशन फॉर्म भरने में सहायता करें और बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) का परिवर्तन न किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को गंभीरता से लें और कार्य में लापरवाही बिल्कुल न बरतें।
कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने बाल विवाह रोकथाम पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि सभी अधिकारी इस दिशा में सजग रहें। उन्होंने निर्देश दिए कि ब्लॉक स्तर पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएं, पंचायत सचिवों को सक्रिय रखा जाए और किसी भी बाल विवाह की सूचना पर तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए। कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने भावांतर योजना की भी समीक्षा की और कृषि विभाग से पूछा कि कितने किसानों के खातों में राशि पहुंची, कितनी लंबित प्रविष्टियां हैं और फेल पेमेंट के कारण क्या हैं। उन्होंने नियमित मॉनिटरिंग और अपडेट की आवश्यकता बताई।
बैठक में पुस्तक वितरण और छात्रवृत्ति वितरण की प्रगति की भी समीक्षा की गई। शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए कि सभी पात्र विद्यार्थियों को समय पर लाभ मिले। अक्टूबर माह में जल संसाधन विभाग का प्रदर्शन कमजोर रहा। साथ ही एपीओ मनरेगा पर 2 हजार रूपये का जुर्माना अधिरोपित किया। कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने कहा कि बाल विवाह, विशेष गहन पुनरीक्षण, भावांतर योजना और सभी प्राथमिक योजनाओं पर गंभीरता से कार्य किया जाए तथा संबंधित जिला अधिकारी नियमित समीक्षा कर जिम्मेदारी तय करें।
बैठक में कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा द्वारा विभिन्न विभागों की समीक्षा करते हुए जल संसाधन विभाग की अक्टूबर माह में सीएम हेल्पलाईन में खराब प्रदर्शन करने पर संतुष्टि पूर्वक निराकरण करने के निर्देश दिए। साथ ही जिला सहकारी बैंक को शिकायतें संतुष्टि पूर्वक बंद नहीं किए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने जेएसओ एवं संबंधित पंचायत सचिव की एक वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश भी दिए।
बैठक में कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने राशन संबंधी शिकायतों के निराकरण में लापरवाही पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत राजगढ़ को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। साथ ही संबंधित ग्राम चाटूखेडा के पास पोल शिफ्टिंग प्रकरण में एसडीओ एवं पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारियों को निलंबित करने के निर्देश दिए गए। अनुविभागीय (राजस्व) अधिकारी राजगढ़ को बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) एवं सुपरवाइजर का प्रशिक्षण आयोजित कराने, नियमित मॉनिटरिंग करने तथा बीएलओ को एन्यूमरेशन फॉर्म भरने में सहायता करने के निर्देश दिए गए। नायब तहसीलदार संडावता एवं तहसीलदार छापीहेड़ा पर जुर्माना अधिरोपित किया। आरसीएमएस रिपोर्ट में लोक सेवा गारंटी की समय-सीमा से बाहर लंबित प्रकरणों पर कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने असंतोष व्यक्त किया।




