सिंचाई के क्षेत्र में समृद्ध बन रहा मध्यप्रदेश 2028 तक 100 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित करने का लक्ष्य-राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मध्यप्रदेश गीत और “जय मध्यप्रदेश” के नारों से गूंजा कार्यक्रम स्थल

राजगढ़, कार्यक्रम की शुरुआत मधुर मध्यप्रदेश गान से हुई। इसके बाद पूरे कार्यक्रम के दौरान “जय मध्यप्रदेश” के नारों से वातावरण गूंज उठा। तत्पश्चात कलेक्टर डॉ. गिरीश मिश्रा द्वारा मुख्य अतिथि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास विभाग श्री नारायण सिंह पंवार का आत्मीय स्वागत किया गया।
अपने उद्बोधन में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पंवार ने कहा कि आज का दिन अत्यंत शुभ है, जब हम मध्यप्रदेश के गठन दिवस के अवसर पर अपने प्रदेश के गौरव और सम्मान के लिए एकत्र हुए हैं। उन्होंने संविधान के महत्व को याद करते हुए बताया कि हमारे संविधान निर्माताओं ने राज्यों की सीमाएँ भाषा और संस्कृति के आधार पर निर्धारित की थीं। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश शासनकाल में यह क्षेत्र “सेंट्रल प्रोविंसेज” कहलाता था और आज यह प्रदेश अपनी पहचान और गौरव के साथ विकसित रूप में हमारे सामने है।
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पंवार ने मध्यप्रदेश के गठन की ऐतिहासिक यात्रा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि राज्य का भौगोलिक मानचित्र भगवान नंदी के समान दिखाई देता है, जो हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कभी यह धरती बंजर और जलस्रोतों से वंचित थी, लेकिन अब मध्यप्रदेश में लगभग 50 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित हो रही है, जिसे 2028 तक बढ़ाकर 100 लाख हैक्टेयर भूमि सिंचित करने का लक्ष्य रखा गया है, राजगढ़ जिले की भूमि भी कभी बंजर हुआ करती थी, लेकिन आज राजगढ़ जिले की भूमि पर एक-एक इंच जमीन संचित हो रही है हमारी सरकार ने जिले में नहरों का जाल बिछाया है। हर किसान के खेत तक पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है। जो मध्यप्रदेश की प्रगति और आत्मनिर्भरता का प्रमाण है।
इसके पश्चात उत्कृष्ट विद्यालय की छात्राओं ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। छात्राओं द्वारा प्रस्तुत मालवी लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय संस्कृति के महत्व को सुंदर रूप से दर्शाया गया, जिससे पूरा सभागार तालियों की गूंज से भर उठा।
कार्यक्रम के समापन पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया। उन्होंने सभी अतिथियों, कलाकारों और उपस्थित जनों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
मध्य प्रदेश स्थापना दिवस पर स्व-सहायता समूहों द्वारा स्टॉल लगाए गए*
मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में
विभिन्न स्व- सहायता समूह जैसे म.प्र. डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित स्व सहायता समूह में विश्वास महिला संकुल स्तरीय संगठन खिलचीपुर व बालाजी महिला स्व- सहायता समूह, तथा स्वच्छ स्व- सहायता समूह द्वारा हस्तशिल्प निर्मित उत्पाद एवं स्टार ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान आरसेटी बाजार के स्व-सहायता समूहों द्वारा विभिन्न उत्पादों के स्टॉल लगाए गए। इन स्टॉलों में समूह की महिलाओं द्वारा हस्तनिर्मित वस्त्र, खाद्य सामग्री, सजावटी उत्पाद एवं हस्तशिल्प प्रदर्शित किए गए।


