मध्यप्रदेश के तीन प्रशिक्षण अधिकारियों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया कौशल विकास एवं उद्यमिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान पर मिली राष्ट्रीय पहचान
राजगढ़
मध्यप्रदेश के कौशल विकास संचालनालय के तीन प्रशिक्षण अधिकारियों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया। यह प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है, जो यह दर्शाता है कि मध्यप्रदेश कौशल विकास विभाग शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता का मानक स्थापित कर रहा है।
प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कौशल विकास एवं रोजगार विभाग श्री गौतम टेटवाल द्वारा तीनों अधिकारियों को उनके समर्पित कार्यों के लिए सम्मानित किया। यह सम्मान उनके नवाचार, अथक परिश्रम और प्रशिक्षार्थियों को स्वरोजगार व उद्यमिता के क्षेत्र में सफल बनाने के लिए दिया गया।
इस वर्ष का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार श्री राजेंद्र मालवीया, प्रशिक्षण अधिकारी ट्रेड रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग, शासकीय संभागीय आईटीआई भोपाल को प्रदान किया गया।
श्री मालवीया ने व्यावहारिक प्रशिक्षण की विधियों में नवाचार करते हुए प्रशिक्षार्थियों को स्वरोजगार एवं उद्यमिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट दिशा दी। उनके प्रशिक्षार्थियों ने न केवल स्वयं व्यवसाय स्थापित कर लाखों रुपये का रोजगार उत्पन्न किया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नियुक्तियाँ प्राप्त कर प्रदेश और देश का नाम रोशन किया।
पूर्व वर्ष 2024 में भी दो प्रशिक्षण अधिकारियों को यह राष्ट्रीय गौरव प्राप्त हुआ। इनमें
श्री प्रशांत दीक्षित प्रशिक्षण अधिकारी ट्रेड मैकेनिक डीजल हैं। जिन्होंने छात्रों के लिए नवीन तकनीक विकसित की और ई-कंटेंट विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। कोविड-19 महामारी के दौरान उनके डिजिटल कंटेंट से लाखों आईटीआई छात्र लाभान्वित हुए।
श्रीमती प्रेमलता रहांगडाले प्रशिक्षण अधिकारी ट्रेड कोपा दृष्टिबाधित हैं। जिन्होंने विशेष प्रयास कर दृष्टिबाधित छात्रों को प्रशिक्षित व सशक्त बनाया।उन्होंने कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनने में मदद की। उनके प्रयासों से दृष्टिबाधित छात्र समाज में गरिमापूर्ण पहचान स्थापित कर रहे हैं।
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री टेटवाल ने इस उपलब्धि को विभाग और प्रदेश की गौरवपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कहा कि, यह राष्ट्रीय सम्मान केवल व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश में शिक्षा व कौशल प्रशिक्षण की गुणवत्ता को देशभर में पहचान दिलाने का प्रतीक है। हम भविष्य में भी नवाचार एवं गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने का संकल्प लेंगें।
मध्यप्रदेश सरकार का प्रयास है कि कौशल विकास के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं और प्रदेश में रोजगार सृजन को और सशक्त बनाया जाए। यह पुरस्कार ऐसे प्रयासों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रेरणा बनकर उभरा है।