इंदौर मेट्रो, दतिया—सतना एयरपोर्ट का उदघाटन, पीएम बोले— जनसेवा ही प्रभुसेवा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को भोपाल में महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के जम्बूरी मैदान में ‘लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन’ कार्यक्रम के दौरान अहिल्याबाई होल्कर को पुष्पांजलि अर्पित की। पीएम मोदी का नारी शक्ति ने सिंदूर स्वागत किया है।
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह प्रधानमंत्री का मध्य प्रदेश में पहला दौरा है। कार्यक्रम के सारे सूत्र यानी सुरक्षा से लेकर प्रबंधन तक महिलाओं के हाथों में हैं। पीएम मोदी ने कई बड़ी योजनाओं को हरी झंडी दिखाई है। इसके साथ ही उन्होंने स्मारक में एक डाक टिकट भी जारी किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “सबसे पहले मैं मां भारती को, भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं।”
‘सही अर्थ जनता की सेवा’
पीएम मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई को लेकर कहा, “आज लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती है। 140 करोड़ भारतीयों के लिए ये अवसर प्रेरणा का है, राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भगीरथ प्रयासों में अपना योगदान देने का है। देवी अहिल्याबाई होल्कर कहतीं थी की शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है।” “देवी अहिल्याबाई कहती थी कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है।आज का कार्यक्रम उनकी इस सोच को आगे बढ़ाता है। आज इंदौर मेट्रो की शुरुआत हुई है, दतिया और सतना भी अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं।”
पीएम बोले, “ये सभी प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ायेंगे। विकास को गति देंगे और रोजगार के अनेक नए अवसर बनाएंगे। मैं आज इस पवित्र दिवस पर इन सभी कामों के लिए पूरे मध्य प्रदेश को बहुत बधाई देता हूं।”
‘शिवलिंग साथ लेकर चलती थी अहिल्याबाई’
पीएम मोदी ने कहा, “लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर का नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं कि जब इच्छाशक्ति होती है, दृढ़ प्रतिज्ञा होती है तो परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों ना हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है।”
पीएम मोदी ने कहा, “250-300 साल पहले जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। उस समय ऐसे महान कार्य कर जाना कि आने वाली अनेक पीढियां उसकी चर्चा करें, ये कहना तो आसान है, करना आसान नहीं था। लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभुसेवा और जनसेवा को कभी अलग नहीं माना। कहते हैं कि वे हमेशा शिवलिंग अपने साथ लेकर चलती थी।” उस चुनौतीपूर्ण कालखंड में एक राज्य का नेतृत्व, कांटों से भरा ताज, लेकिन लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी।
मध्य प्रदेश को मिली ये बड़ी सौगातें
उज्जैन में आगामी सिंहस्थ महापर्व 2028 को देखते हुए 778.91 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 29 किलोमीटर लंबे घाट निर्माण और 83.39 करोड़ रुपये की लागत से बैराज, स्टाप डेम और वेंटेड काज-वे का भी भूमि-पूजन किया जाएगा, जो क्षिप्रा और कान्ह नदियों के जल प्रवाह को बनाए रखने में सहायक होंगे।
इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर यात्री सेवा का वर्चुअली शुभारंभ करेंगे। यह लगभग छह किलोमीटर का हिस्सा येलो लाइन का सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर है। साथ ही दतिया और सतना एयरपोर्ट का वर्चुअली लोकार्पण भी करेंगे।
483 करोड़ रुपये की लागत से 1,271 नये अटल ग्राम सुशासन भवनों के लिए पहली किस्त का अंतरण किया जाएगा।