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वीयू- वी आई पी एम वार्षिक अधिवेशन एवं राष्ट्रीय सम्मेलन– 2025 का भव्य शुभारंभ

जबलपुर, 8 अक्टूबर 2025 — नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय (एन.डी.वी.एस.यू.), जबलपुर, मध्यप्रदेश के पशु चिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन महाविद्यालय में “पशु आंतरिक एवं रोग निरोधक चिकित्सा विषयक छठा वार्षिक अधिवेशन – 2025”एव तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का भव्य उद्घाटन मुख्य अतिथि माननीय श्री राकेश सिंह जी, लोक निर्माण विभाग, मध्य प्रदेश शासन, भोपाल, विशिष्ट अतिथि माननीय श्री लखन पटेल जी, पशु पालन एवं डेयरी विभाग, मध्य प्रदेश शासन, भोपाल तथा कार्यक्रम के अध्यक्षता विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ. मंदीप शर्मा जी, आयोजक अधिष्ठाता डॉ आरके शर्मा, आयोजन सचिव डॉ देवेंद्र गुप्ता, वीआईपीएम के अध्यक्ष डॉ ए यू भीकाने तथा वीआईपीएम के सचिव डॉ नीलेश शर्मा के सानिध्य में हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं वंदन से हुआ, तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ ,अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर किया गया।

अपने उद्बोधन में
मुख्य अतिथि श्री राकेश सिंह जी, लोक निर्माण विभाग, मध्य प्रदेश शासन, भोपाल ने सम्मेलन के आयोजकों को शुभकामनाएं दी तथा पशु चिकित्सकों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि वे ग्रामीण आजीविका की रक्षा एवं पशुधन स्वास्थ्य संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों, शासन एवं उद्योगों के बीच सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे तकनीकी नवाचार आधारित पशु स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा मिल सके।

विशिष्ट अतिथि श्री लखन पटेल जी, पशु पालन एवं डेयरी विभाग, मध्य प्रदेश शासन, भोपाल ने नवाचार एवं शिक्षा की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि युवा पशु चिकित्सकों को आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाकर पशु उत्पादन एवं कल्याण के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसानों की आय दुगनी करने के लिए पशुपालन एक बहुत अच्छा विकल्प है उन्होंने पशुपालन विभाग की पशुपालकों हेतु चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने पशुपालन में ब्रिड इंप्रूवमेंट को अति आवश्यक बताया साथ ही इस तरह के सम्मेलन को मील का पत्थर बताया जो की प्रदेश और देश के पशुपालन में उपयोगी होगा।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में माननीय कुलपति प्रो मनदीप शर्मा जी ने कहा कि उभरते और पुनः उभरते पशु रोगों से निपटने के लिए पशु चिकित्सा अनुसंधान एवं व्यवहार में कृत्रिम बुद्धिमत्ता, डेटा विश्लेषण एवं उन्नत तकनीकों का समावेश अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने इस सम्मेलन के विषयों को आज के परिवेश के लिए उपयुक्त बताते हुए कहा कि आज सम्मेलन में विभिन्न राज्यों से वैज्ञानिक आए हुए हैं निसंदे सभी अपने-अपने जगह पर हो रहे रिसर्च कार्य को आपस में साझा करेंगे और क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों को निपटाने के लिए कोई हाल अवश्य ही निकलेगा।
उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत अभियान 204 7 के लिए पशुधन एवं प्राकृतिक खेती की उपयोगिता के ऊपर प्रकाश डाला।

आयोजन सचिव सचिव डॉ. देवेंद्र गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए अतिथियों एवं प्रतिभागियों का अभिनंदन किया तथा आगामी तीन दिनों में आयोजित होने वाले वैज्ञानिक सत्रों, शोध पत्र प्रस्तुतियों एवं केस स्टडी चर्चाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की।

तीन दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम चरण में मंचासीनअतिथियों द्वारा मंच से राष्ट्रीय संगोष्ठी के कंपेन्डीयम, न्यूज लेटर, वेब एप्लीकेशन तथा डॉ वाष्र्णेय की पुस्तक होम्योपैथी इन वेटरिनरी मेडिसिन का अनावरण एवं विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।

गौरतलब है कि इस तीन दिवसीय
पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के पशु चिकित्सा विभाग द्वारा आयोजित सम्मेलन मे जिसका विषय –
“संकट के दौर में पशु चिकित्सा में क्रांति : कृत्रिम बुद्धिमत्ता के माध्यम से पशु स्वास्थ्य की सुरक्षा”।
इस विषय के माध्यम से पशु स्वास्थ्य देखभाल, रोग नियंत्रण तथा नैदानिक निर्णय में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) एवं डिजिटल नवाचारों की बढ़ती भूमिका पर विशेष जोर दिया गया है।

इस अधिवेशन में देशभर के विभिन्न राज्यों से 400 शोधार्थी, वैज्ञानिक, शिक्षक एवं विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं, जो पशु आंतरिक एवं रोग निरोधक चिकित्सा में हो रहे नवीन अनुसंधान एवं तकनीकी प्रगति पर अपने विचार साझा करेंगे।
कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं एवं शोधार्थियों को उनके उत्कृष्ट वैज्ञानिक योगदान हेतु सोसाइटी पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। जिसमें
वीआईपीएम लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड सेवा निवृत्त प्रोफेसर एंड हेड डॉ पी के शुक्ला को दिया गया। वीआईपीएम फैलोशिप 2025 अवार्ड डा एम चंद्रशेखर चेन्नई, वीआईपीएम एसोसिएट फैलोशिप 2025डॉ अनिल कुमार पटना बिहार ,तीन वीआईपीएम गोल्ड मेडल दिए गए जिसमें स्टीफन एक्टिंगर गोल्ड मेडल केनाइन मेडिसिन के लिए डॉ पंकज भानु दास मुंबई वेटरनरी कॉलेज महाराष्ट्र, थॉमस गौरडन हंगरफॉरड गोल्ड मेडल बोवाइन मेडिसिन 2025 डॉ विजय कुमार परमार कामधेनु यूनिवर्सिटी गुजरात, हेलिन गोल्ड मेडल डॉ आशीष श्रीवास्तव मथुरा को दिया गया। वीआईपीएम। 2025 रिकॉग्निशन अवार्ड प्रोफेसर मनदीप शर्मा कुलपति नानाजी देशमुख वेटरनरी साइंस यूनिवर्सिटी जबलपुर, डॉ एच के मेहता महु एवं डॉ एम एल वी राव को दिया गया।
डॉ बी पी जोशी रिकॉग्निशन अवार्ड -2025 डॉ अमित कुमार वर्मा कॉलेज ऑफ़ वेटरनरी साइंस मेरठ , डॉ जे पी कछवाहा बीकानेर राजस्थान को दिया गया।डॉ नीलेश शर्मा साइंटिफिक अवार्ड 2025 डॉ सुभाष चंद्र कुशवाहा अविकानगर को दिया गया।
डॉ जे पी वार्ष्णेय अवार्ड वेटरनरी कार्डियोलॉजी में उत्कृष्ट कार्य हेतु पीएचडी छात्र तथा उनके एडवाइजर को दिया गया जिसमें डॉ आर सोकालिंगम पीएचडी स्कॉलरशिप चेन्नई तथा उनके एडवाइजर प्रोफेसर पी सेलवराज चेन्नई, डॉ दीपिका कटारिया पीएचडी स्कॉलर लुधियाना तथा उनकी एडवाइजर प्रोफेसर नीतू सैनी लुधियाना को दिया गया।
वीआईपीएम अप्रिशिएसन अवार्ड 2025 डॉ शशि प्रधान जबलपुर ,डॉ मनोहर सेन बीकानेर, डॉ आलोक सिंह अयोध्या, डॉ आदित्य प्रताप जबलपुर को दिया गया।
वीआईपीएम बेस्ट थीसिस अवार्ड 2025 नौ छात्रों को दिया गया जिसमें श्री लाल बहादुर शास्त्री वीआईपीएम बेस्ट थीसिस अवार्ड रजत सागारे चेन्नई, जसलीन कौर लुधियाना को दिया गया।
श्रीमती बेल कुंती देवी दामोदर प्रसाद वाषने थीसिस अवार्ड प्रॉमिनेंट मेडिसिन के लिए एन बालाजी जम्मू, उदय भानु कर्नाटक को दिया गया।
वीआईपीएम बेस्ट थीसिस अवार्ड एनिमल मेडिसिन कंपैनियन हिसार के रितिक कौल, रीता त्यागी जबलपुर एवं रागनी सेंगर पटना को दिया गया।
वीआईपीएम बेस्ट थीसिस अवार्ड
इकवाइन वाइल्डलाइफ एवं मेडिसिन के लिए चौहान राहुल अशोक कुमार को दिया गया।
प्रथम दिवस के द्वितीय चरण में विभिन्न टेक्निकल सेशंस रखे गए एवं तृतीय चरण में छात्र छात्राओं द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ एस एस तोमर, विश्वविद्यालय के अधिकारीगण, प्राध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभिन्न समितियां के अध्यक्ष एवं सदस्यों के महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मंच संचालन डॉ आदित्य मिश्रा ,डॉ अमिता तिवारी एवं आभार ज्ञापन डॉ रणवीर जाटव द्वारा किया गया।

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