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‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार’ अभियान— राजस्थान रच रहा कीर्तिमान, स्वास्थ्य शिविरों में 6 दिन में 37 लाख से अधिक लोगों को मिला निःशुल्क सेवाओं का लाभ

जयपुर, 23 सितम्बर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर देशभर में चलाए जा रहे स्वस्थ नारी—सशक्त परिवार अभियान से लाखों लोगों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल रहा है। राजस्थान में भी मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देशन एवं चिकित्सा मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के मार्गदर्शन में प्रदेशभर में ‘स्वस्थ नारी- सशक्त परिवार’ अभियान प्रतिबद्धता के साथ संचालित कर आमजन को लाभान्वित किया जा रहा है। इन शिविरों के माध्यम से प्रदेश में अब तक 37 लाख से अधिक लोगों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित किया जा चुका है।

चिकित्सा मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा है कि आमजन को अपने नजदीकी स्थान पर सुगमतापूर्वक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने एवं विभिन्न रोगों की स्क्रीनिंग कर उपचार एवं परामर्श सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से ‘स्वस्थ नारी- सशक्त परिवार’ अभियान का आयोजन किया गया है। इसके तहत मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष रूप से फोकस किया गया है, ताकि हमारी माताएं—बहनें स्वस्थ रहें और आने वाली पीढ़ी भी स्वस्थ एवं सुरक्षित हो। राजस्थान इस अभियान में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर रहा है।

एक लाख से ज्यादा शिविरों का आयोजन—

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती राठौड़ ने बताया कि अभियान के तहत राजस्थान बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। प्रदेश में 17 सितम्बर से 22 सितम्बर तक 1 लाख 8 हजार 534 स्क्रीनिंग और विशेषज्ञ स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। इनमें 6 हजार 952 विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाओं वाले स्वास्थ्य शिविर भी शामिल हैं। स्क्रीनिंग एवं विशेषज्ञ स्वास्थ्य शिविरों में कुल 37 लाख 54 हजार 295 महिला व पुरुषों ने विभिन्न प्रकार की निःशुल्क स्वास्थ्य एवं परामर्श सेवाओं का लाभ लिया है। इनमें 19 लाख 80 हजार 156 महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अब तक आयोजित किए गए कुल 618 रक्तदान शिविरों में 38 हजार 901 यूनिट ब्लड एकत्रित किया जा चुका है।

2 लाख से ज्यादा महिलाओं को मिलीं प्रसव पूर्व जांच सेवा—
करीब 14 लाख की एनीमिया एवं 8 लाख की टीबी स्क्रीनिंग—

श्रीमती राठौड़ ने बताया कि 17 सितम्बर से 22 सितम्बर तक 2 लाख 36 हजार 461 गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही 13 लाख 80 हजार 939 महिला व पुरूषों की एनीमिया की स्क्रीनिंग की गयी है। इसी प्रकार 4 लाख 33 हजार 780 आवश्यक टीकों की निर्धारित डोज बच्चों को लगाई गई हैं। शिविरों में 7 लाख 92 हजार 955 लोगों की टीबी की स्क्रीनिंग की गयी है। साथ ही 56 हजार 590 निक्षय मित्र भी पंजीकृत किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि गैर संचारी रोगों में उच्च रक्तचाप हेतु 8 लाख 15 हजार 217 महिलाओं, 7 लाख 37 हजार 849 पुरूषों की स्क्रीनिंग की गयी है। साथ ही 7 लाख 51 हजार 889 महिलाओं एवं 6 लाख 76 हजार 58 पुरुषों की मधुमेह (डायबिटिज) बीमारी की स्क्रीनिंग की गयी है।

43 हजार की सिकल सेल स्क्रीनिंग, 20 हजार को कार्ड वितरित

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डॉ. अमित यादव ने बताया कि शिविरों में 43 हजार 538 लोगों की सिकल सेल बीमारी की स्क्रीनिंग की गयी है। इनमें 20 हजार 264 लोगों को सिकल सेल कार्ड वितरित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 16 लाख 10 हजार 972 लोगों को विभिन्न कार्यक्रमों के लाभ के बार में आवश्यक परामर्श प्रदान किया गया है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं वय वंदन योजना के पात्र कुल 31 हजार 823 लाभार्थियों को कार्ड बनाकर प्रदान किए गए हैं। केन्द्रीय राजकीय संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों एवं निजी संस्थानों के द्वारा भी स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।

ये सेवाएं मिल रही हैं शिविरों में—

डॉ. यादव ने बताया कि 2 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले इन शिविरों में महिलाओं, किशोरियों एवं बच्चों हेतु निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, उपचार सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। महिलाओं के लिए उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर (ओरल, ब्रेस्ट एवं सर्विकल) की जांच, एनीमिया जांच और परामर्श, टीबी की जांच, आदिवासी क्षेत्रों में सिकल सेल जांच और परामर्श एवं सिकल सेल डिजीज (एससीडी) कार्ड वितरण किया जा रहा है। इसके अलावा मातृ एवं शिशु देखभाल सेवाओं के तहत एमसीपी कार्ड वितरण के साथ प्रसव पूर्व एवं पश्चात् जांच, बच्चों का टीकाकरण तथा महिलाओं एवं किशोरियों के लिए मासिक धर्म और पोषण संबंधित सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पोषण परामर्श, स्वास्थ्य एवं कल्याण हेतु सत्र का आयोजन, निक्षय मित्र नामांकन अभियान भी संचालित किया जा रहा है।

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