कविता संगीत’ केवल एक प्रस्तुति नहीं, बल्कि एक सेतु है — जो साहित्य, संगीत और युवा मन के बीच पुल बनाकर एक जीवंत संवाद की रचना करता है
‘कविता संगीत’ — हिंदी कविता और संगीत का अद्भुत संगम
Vihaan Drama Works की प्रस्तुति ‘मार्गी बैंड’ द्वारा ‘किताब उत्सव’ में विशेष प्रस्तुति
राजकमल प्रकाशन द्वारा आयोजित ‘किताब उत्सव’ के अंतर्गत कल शाम एक विशेष और भावपूर्ण प्रस्तुति देखने को मिली। Vihaan Drama Works के वर्टिकल मार्गी बैंड द्वारा प्रस्तुत ‘कविता संगीत’ ने दर्शकों को हिंदी साहित्य की अमर कविताओं से जोड़ते हुए संगीत और नाट्य का अनोखा अनुभव प्रदान किया।
‘कविता संगीत’ एक अभिनव सांगीतिक प्रस्तुति है, जिसमें हिंदी साहित्य के अलग-अलग युगों के महान कवियों —
सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’, केदारनाथ सिंह, माखनलाल चतुर्वेदी, श्रीकांत वर्मा, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, कुंवर नारायण, सुभद्रा कुमारी चौहान, केदारनाथ अग्रवाल, और गजानन माधव मुक्तिबोध — की कविताओं को नए संगीतबद्ध रूप में प्रस्तुत किया गया।
इस प्रयोगात्मक प्रस्तुति की संकल्पना और निर्देशन सौरभ अनंत द्वारा किया गया, जिन्होंने हिंदी कविता को आज की पीढ़ी से जोड़ने के उद्देश्य से यह नई शैली विकसित की। संगीत, शब्दों में छिपे भावों को खोलने का एक माध्यम बना, और जब ये शब्द मंच पर जीवंत हुए, तो उन्होंने दर्शकों के मन में गहराई से स्थान बना लिया।
कविताओं का संगीत संयोजन सौरभ अनंत और हेमंत देवलेकर द्वारा किया गया। प्रस्तुति में निम्नलिखित कलाकारों ने अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज की:
हेमंत देवलेकर, अंकित परोचे, श्वेता केतकर, रुद्राक्ष भायरे, दीपक यादव, नीरज परमार, नवीन मिश्रा, ग्रेसी गोस्वामी, ईशा गोस्वामी,
तालवाद्य पर – तेजस्विता अनंत, रवि अहिरवार
हारमोनियम एवं गिटार पर – अंश जोशी
‘कविता संगीत’ केवल एक प्रस्तुति नहीं, बल्कि एक सेतु है — जो साहित्य, संगीत और युवा मन के बीच पुल बनाकर एक जीवंत संवाद की रचना करता है। दर्शकों ने इस प्रस्तुति को न केवल सराहा, बल्कि गहराई से अनुभव भी किया।