देशमध्यप्रदेशलाइफस्टाइल

मेट्रो को हरी झंडी का इंतज़ार, फैसला लेने 15 तक रिपोर्ट

bhopal metro

भोपाल। राजधानी स्थित भोपाल मेट्रो व्यावसायिक संचालन के लिए पटरी पर उतरने से बस एक कदम दूर है। अब सबकी निगाहें अनुसंधान डिज़ाइन एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) की अंतिम परीक्षण रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो 15 अगस्त के आसपास आने की उम्मीद है।

यह महत्वपूर्ण रिपोर्ट तय करेगी कि मेट्रो अगले चरण मेट्रो रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) द्वारा निरीक्षण की ओर बढ़ सकती है या नहीं, जो यात्री सेवाएं शुरू करने से पहले ज़रूरी है।

मेट्रो कॉर्पोरेशन के सूत्रों के अनुसार, आरडीएसओ की टीम ने विभिन्न प्रदर्शन मानकों पर मेट्रो ट्रेनों का गहन परीक्षण किया। इनमें मेट्रो की अधिकतम 90 किमी प्रति घंटे की गति क्षमता तक गति परीक्षण, साथ ही स्थिरता और नियंत्रण का मूल्यांकन करने के लिए ट्रैक के घुमावदार हिस्सों पर परीक्षण शामिल थे।

प्रत्येक मेट्रो ट्रेन में तीन कोच होते हैं, जिनमें प्रति कोच लगभग 50 बैठे और 250 खड़े यात्रियों को ले जाने की क्षमता होती है। परीक्षण के दौरान वास्तविक यात्री भार का आकलन करने के लिए, प्रत्येक कोच के अंदर लगभग 300 लोगों के बराबर वजन के बोरे रखे गए थे।

9 जुलाई से 21 जुलाई के बीच आरडीएसओ की टीम ने सुभाष नगर मेट्रो डिपो से एम्स तक एलिवेटेड हिस्से पर परीक्षण किए। विशिष्ट जाँचों में दोलन नियंत्रण और आपातकालीन ब्रेकिंग दूरी (ईबीडी) शामिल थीं।

इन आकलनों के लिए, लखनऊ से आरडीएसओ के विशेषज्ञों की एक टीम अपने उच्च-तकनीकी परीक्षण उपकरणों के साथ एक विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए कोच में पहुँची। उन्होंने सवारी की गुणवत्ता, स्थिरता, ब्रेकिंग दूरी और समग्र रोलिंग स्टॉक प्रदर्शन जैसे महत्वपूर्ण संकेतकों को बारीकी से दर्ज किया।

परीक्षण पूरा होने के साथ आरडीएसओ एकत्रित आंकड़ों का विश्लेषण कर रहा है। यदि परिणाम आवश्यक मानकों को पूरा करते हैं, तो मेट्रो को सीएमआरएस निरीक्षण के लिए मंज़ूरी दे दी जाएगी, जिससे यह पूर्ण पैमाने पर लॉन्च के करीब पहुँच जाएगी।

अधिकारी अक्टूबर तक इसे व्यावसायिक रूप से शुरू करने का लक्ष्य बना रहे हैं। शुरुआती चरण में सुभाष नगर से एम्स तक आठ एलिवेटेड स्टेशनों के बीच मेट्रो का संचालन होगा।

Related Articles

Back to top button
× click to chat whatsapp