राज्य में पहली बार पीजी कोर्स के लिए केंद्रीकृत पाठ्यक्रम

भोपाल। मध्य प्रदेश में पहली बार उच्च शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों के लिए 50 मॉडल पाठ्यक्रम तैयार किए हैं। पीजी पाठ्यक्रमों को पीजी डिप्लोमा, एक वर्षीय पीजी कार्यक्रम और दो वर्षीय पीजी कार्यक्रम में वर्गीकृत किया गया है।
उच्च शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीकृत पीजी पाठ्यक्रम सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में एक साथ लागू किया जाएगा। इस बीच इन 50 पाठ्यक्रमों में से कुछ, जैसे हिंदी साहित्य, समाजशास्त्र, अंग्रेजी साहित्य, अर्थशास्त्र और योग, पहले ही अपलोड किए जा चुके हैं। स्नातकोत्तर कला संकाय के अंतर्गत वेद, ज्योतिष विज्ञान, योग और नृत्य सहित 24 विषयों में पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि प्राचीन भारतीय ज्ञान से संबंधित विषयों को संबंधित पाठ्यक्रमों में किसी न किसी रूप में शामिल किया गया है। उदाहरण के लिए, हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (प्रथम सेमेस्टर) में ‘प्राचीन भारतीय परंपरा और हिंदी साहित्य’ पर एक अध्याय शामिल है।
स्नातकोत्तर डिप्लोमा (प्रथम वर्ष) के दूसरे पेपर में ‘प्राचीन भारतीय परंपरा और चंद्रबरदाई का पृथ्वीराज रासो’ भी शामिल है। तीसरे पेपर में, छात्र अहिल्याबाई पर एक उपन्यास का अध्ययन करेंगे।