छत्तीसगढ़

पढ़ाई सिर्फ नौकरी के लिए ही जरूरी नहीं अन्यथा कवासी लखमा की तरह कहना पड़ेगा, मैं पढ़ा लिखा नहीं था इसलिए दस्तखत करवा लिए – मंत्री

आज मनेंद्रगढ़ स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में नवप्रवेशी बच्चों के शाला प्रवेश उत्सव में बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री, दी बच्चों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं

*जिले के दो मेरिट बच्चियों का मुख्य अतिथि ने किया सम्मान*

एमसीबी/मनेंद्रगढ़/जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव 2025 – 26 के तहत स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय मनेंद्रगढ़ में नव प्रवेशी बच्चों का शाला प्रवेश प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत मां शारदा के गीतों पर छोटी छोटी बच्चियों के नृत्य के साथ हुआ। शाला प्रवेश के खास मौके पर जिले के कलेक्टर डी राहुल वेंकट, जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंती सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मनेंद्रगढ़, लखनलाल श्रीवास्तव, राजेश साहू, धर्मेंद्र पटवा, सरजू यादव, जमुना पांडे, राहुल सिंह, रामचरित द्विवेदी मौजूद रहे।
विदित रहे कि 16 जून से स्कूल प्रारंभ हुआ है और तभी से नवीन एमसीबी जिले के विभिन्न स्कूलों में नव प्रवेशी बच्चों को शाला प्रवेश कराने का सिलसिला लगातार जारी है। इस कड़ी में जिले के शासकीय स्कूल, संकुल स्तर, ब्लाक स्तर पर उत्सव का कार्यक्रम होता रहा है और आज जिला स्तर पर मनेंद्रगढ़ के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में 15 नव प्रवेशी बच्चों को मुख्य अतिथि द्वारा तिलक, माला, किताब और बैग देकर शाला प्रवेश कराया गया, श्री मिश्रा ने बताया कि 900 शासकीय स्कूल, 132 प्राइवेट स्कूल, 9 अनुदान प्राप्त स्कूल है और सभी जगहों में शाला प्रवेश उत्सव का कार्यक्र चल रहा है। उक्त बाते जिला शिक्षा अधिकारी ने कार्यक्रम के दौरान मंच से कही। कार्यक्रम के अंतिम कड़ी में उपस्थित अतिथियों के साथ बच्चों ने एक साथ भोज का लुत्फ उठाया तो वहीं वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण की मिशाल पेश की गई।

*जिले से मेरिट सूची की दो बालिकाओं का हुआ सम्मान*

जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि मेरिट सूची में दसवां रैंक लाने वाली जनकपुर की बालिका वंदना सिंह ने साबित कर दिया कि शिक्षा में बेहतर परिणाम लाने के लिए कोई कठिनाई बाधक नहीं बन सकती, उन्होंने बताया कि वंदना सिंह जनकपुर के नौडिया गांव से 10 किमी0 सायकल चलाकर जनकपुर पढ़ने आया करती थी और उसने अपनी कड़ी मेहनत, लगन के जरिए शासकीय स्कूल की छात्रा होने के बाबजूद 10वीं कक्षा में 10 वा रैंक हासिल किया इसी तरह शहरी क्षेत्र की बिटिया श्रुति मग़तानी राज्य में दूसरा रैंक हासिल की जो शहर के प्रतिष्ठित कपड़ा व्यवसायियों में एक है। इन दोनों मेघावी छात्रों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह मुख्य अतिथि श्याम बिहारी जायसवाल के हाथों भेट देकर सम्मानित कराया गया।

उक्त शाला प्रवेश कार्यक्रम में शामिल हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम बच्चों की नींव पर आधारित है जो घर की मजबूती का आधार होता है। जनकपुर की बिटिया वंदना सिंह के कठिन मेहनत और लगन का जिक्र करते हुए कहा कि दुरस्त बनाचल क्षेत्र होने के बाद भी बिटिया ने अपनी मेहनत को साबित किया, यह आसान नहीं होता है जब आप सायकिल से 10 किमी0 पढ़ने जाए और सफलता को राज्यभर में स्थापित करे, बिटिया बधाई की ही पत्र नहीं बल्कि उसको आगे बढ़ाने के लिए हौसले की आवश्यकता है। श्री जायसवाल ने प्रदेश भर के शिक्षा स्तर का भी जिक्र किया, उन्होंने कहा कि हमारे जिले में तीन ऐसे स्कूल थे जहां एक भी टीचर नहीं थे, 129 ऐसे स्कूल रहे जहां एक टीचर थे ऐसी परिस्थिति में स्कूल में टीचर का ना होना सहज है क्योंकि वो भी मानव है उसे भी छुट्टी की जरूरत पड़ती होगी, मीटिंग अटेंड करना पड़ता होगा इसलिए मानवता के दृष्टिकोण से हमें उन टीचरों की का विवशता का भी बोध है। हमने एक टीचर के स्थान पर दो, तीन शिक्षक युक्तियुक्तकरण के माध्यम से दिया जो अति आवश्यक रहा। श्री जायसवाल ने कहा आज कंप्यूटर और लेफ्टॉप के जमाने से ऊपर उठ चुके है, दुनिया बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहा है और हम 2047 का विजन लेकर चल रहे है, भारत को विश्व गुरु बनाना है, AI के जमाने में लचर शिक्षा व्यवस्था से हम क्या उन लक्ष्यों को हासिल कर पाएंगे इसलिए शिक्षकों को भी इसके लिए तैयार होना पड़ेगा। उन्होंने महान दार्शनिक और तक्षशिला , नालंदा यूनिवर्सिटी का भी जिक्र किया कि भारत पुरातन समय से शिक्षा में दक्ष रहा है, इसका जिक्र चीन के दार्शनिक अपनी पुस्तक में किए है तो शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों देश और प्रदेश की अहम आवश्यकताओं में एक है इसलिए हमारी सरकार हर वह काम कर रही है जिससे गुणवत्ता में सुधार हो सके।

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