सीडीएस, तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने राष्ट्रपति को दी ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी

नई दिल्ली| सशस्त्र सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर के तौर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बुधवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने ऑपरेशन सिंदूर की योजना और क्रियान्वयन के बारे में जानकारी दी। ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के बाद भारत की सैन्य प्रतिक्रिया है, जिसमें 26 नागरिकों की जान चली गई थी।
सीडीएस जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह और नौसेनाध्यक्ष एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी के साथ राष्ट्रपति से मिले और ऑपरेशन का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। ऑपरेशन सिंदूर को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर समन्वित हमले के रूप में शुरू किया गया था। यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए क्रूर आतंकवादी हमले का सीधा जवाब था और इसका उद्देश्य सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बुनियादी ढांचे को नष्ट करना था।
राष्ट्रपति ने भारतीय सशस्त्र बलों की व्यावसायिकता, साहस और त्वरित कार्रवाई की गहरी सराहना की। राष्ट्रपति भवन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, “राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों की वीरता और समर्पण की सराहना की, जिसने आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया को एक शानदार सफलता बना दिया।”