हजारों लोगों ने लिया अमृत वर्षा के औषधीय गुणों का लाभ, श्वास से जुड़ी असाध्य बीमारियों की दवा का खीर में हुआ वितरण।
2012 से स्वयं सेवक संघ लगातार आयोजित कर रहा है निशुल्क दवा वितरण, हजारों लोग हो रहे है लाभान्वित।
आयुष विभाग ने दिन भर बाटी विभिन्न बीमारियों की निशुल्क दवा।
चिरमिरी – एमसीबी जिले के पोड़ी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा शरद पूर्णिमा के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्र के विधायक और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल शामिल हुए। इस दौरान उनका स्वागत शाल और श्रीफल भेंट कर किया गया। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पालिक निगम चिरमिरी के महापौर रामनरेश राय ने की।
ज्ञात रहे कि 2012 से स्वयं सेवक संघ के द्वारा शरद पूर्णिमा के अवसर पर खीर में दवा मिलाकर देने की परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है। कार्यक्रम के आयोजनकर्ताओं की माने तो 2012 से पूर्व चिरमिरी और आस पास के जिलों के लोग मध्यप्रदेश के चित्रकूट और अमरकटंक में शरद पूर्णिमा के अवसर पर अस्थमा और श्वास से जुड़ी समस्याओं के लिए दवा लेने जाया करते थे लेकिन बाद में आयुर्वेद चिकित्सा से जुड़े चिकित्सकों के सहयोग और स्थानीय विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देशन में चिरमिरी के पोड़ी सरस्वती शिशु मंदिर से इसकी शुरुआत 2012 के आसपास की गई और तब से लेकर आज तक निःशुल्क दवा का वितरण प्रतिवर्ष शरद पूर्णिमा के अवसर पर किया जा रहा है। बताया गया कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की दूधिया किरणों से अमृत की वर्षा होती है और इसी अमृत को खीर में सजोया जाता है और उसके बाद उसी खीर में दवा मिलाकर असाध्य रोगों की दवा का वितरण करीब रात के 1 बजे किया जाता है।
उल्लेखनीय रहे कि 2012 में जब इसकी शुरुआत की गई थी तब मात्र 70 से 80 लोग ही इन दवाओं का लाभ ले पा रहे थे लेकिन अब 600 से 700 मरीज श्वास से जुड़ी असाध्य रोग की दवा लेने यहां पहुंचते है और लगभग लोगों की पुरानी बीमारी जड़ से समाप्त हो चुकी है। पोड़ी के दुर्गा मंदिर परिसर में शरद पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित निशुल्क दमा रोग शिविर में आयुष विभाग खड़गवां ब्लॉक द्वारा विभिन्न बीमारियों के लिए निशुल्क दवा का वितरण किया है और अर्ध रात्रि में स्वयं संघ द्वारा अमृत वर्षा स्वरूप औषधीय खीर का दवा के रूप में वितरण किया गया। जानकारों का कहना है कि लगातार तीन साल तक शरद पूर्णिमा में दवा लेने के बाद श्वास से जुड़ी गंभीर बीमारी पूरी तरह से समाप्त हो जाती है।
शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। इससे पहले स्थानीय विधायक शरद पूर्णिमा के अवसर पर चिरमिरी में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए इसके बाद पोड़ी दुर्गा पूजा परिसर के मंच से स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि आयुर्वेद भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है और हमारे धर्मग्रंथों तथा वेदों में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया गया है। उन्होंने कहा कि आज के दिन चंद्रमा की किरणें ऊर्जा से भरपूर होती हैं, और जब ये किरणें खीर पर पड़ती हैं, तो वह अमृत स्वरूप बन जाती है। आयुर्वेद में बताई गई कुछ औषधियों को मिलाकर इस खीर का सेवन करने से कई असाध्य रोगों से मुक्ति मिल सकती है।
कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भारतीय संस्कृति, परंपरा और आयुर्वेद के महत्व का संदेश दिया। श्रद्धा और उल्लास से भरे इस आयोजन ने क्षेत्र में धार्मिक माहौल और भारतीयता की भावना को और मजबूत किया। इस दौरान बड़ी संख्या में आयुष विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारी सहित भाजपा पदाधिकारी, जिला महामंत्री द्वारिका प्रसाद जायसवाल, पूर्व महापौर डमरू बेहरा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष कीर्ति वासो, सभापति संतोष सिंह, गणेश ठाकुर, शशि सिंह, शेरू खान सहित महिला मोर्चा से रानी गुप्ता और कार्यकर्ता मौजूद रहे वही कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिल्पा ने किया। उक्त कार्यक्रम में
विशिष्ट अतिथि श्री रामरूप राम महंत जी रहे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. ए. एन. सिंह, डॉ. एस. एस. तोमर, डॉ. राजकुमार शर्मा, डॉ. भारतेश्वर, डॉ. सुमेधा गुप्ता, डॉ. शोभा कुशवाहा, डॉ. विजय गुप्ता, डॉ. विशाल खत्रियार, डॉ. द्विवेदी, डॉ. श्वेता गुप्ता, डॉ. सुमित्रा गुप्ता, डॉ. सोमा शुभला,डॉ. नीलू यादव, फार्मासिस्ट तुलसी प्रसाद,
शशिकांत मुरलीधर, एवं दिनेश मार्होलकर,सुनाराम एवं अन्य स्टाफ मौजूद रहा।