छत्तीसगढ़

रास गरबा महोत्सव पंखिड़ा 2025 का भव्य समापन, ढोल की थाप पर थिरके मंत्री — देर रात तक गरबे की धूम

चिरमिरी। माता जगत जननी की भक्ति और गरबे की मस्ती से सराबोर रास गरबा महोत्सव पंखिड़ा 2025 का समापन रविवार की देर रात लगभग 1 बजे तक रंगारंग ढंग से हुआ। तीन दिनों तक चले इस भव्य आयोजन में श्रद्धा, संस्कृति और मनोरंजन का अद्भुत संगम देखने को मिला। समापन अवसर पर हजारों की संख्या में पहुंचे गरबा कलाकारों और दर्शकों ने लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम गोदरीपारा को गरबे की रंगीनियों से सराबोर कर दिया।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल रहे। उनके साथ नगर निगम के मेयर राम नरेश राय, पूर्व महापौर डमरू बेहरा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खरे, मंडल अध्यक्ष पुरुषोत्तम सोनकर सहित जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

*कार्यक्रम की झलकियाँ*

समापन की शुरुआत मां की आरती और गणेश वंदना से हुई, इसके बाद गरबा कलाकारों ने पारंपरिक छड़ी के साथ नृत्य प्रस्तुत कर माहौल को भक्ति रस में रंग दिया।

देर रात तक कलाकारों, महिलाओं और बच्चों ने ढोल की थाप व डीजे लाइट्स की जगमगाहट में गरबे का आनंद लिया।

सुप्रसिद्ध डांस ढोल ग्रुप और एंकर पल्लवी के जोशीले अंदाज़ ने पूरे आयोजन को नई ऊर्जा प्रदान की।

हर आधे घंटे पर विभिन्न प्रतियोगिताओं व प्रस्तुति देने वाले प्रतिभागियों को मंच पर बुलाकर पुरस्कार वितरण किया गया।

*प्रोटोकॉल तोड़ मंत्री भी थिरके गरबे में*

समापन की सबसे खास झलक तब दिखी जब स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल खुद को रोक नहीं पाए और मंच से उतरकर गरबा सर्कल में उतर आए। महिलाओं और बच्चियों के बीच उन्होंने भी ढोल की धुन पर थिरकते हुए गरबे का आनंद लिया। मंत्री ने इस अवसर पर सभी को नवरात्रि की बधाई दी और “स्वस्थ नारी – सशक्त परिवार” का संकल्प दिलाया।

*आयोजन की सफलता और सहयोग*

यह महोत्सव लगातार दूसरे वर्ष आयोजित किया गया। 2024 में मिली अपार सफलता के बाद इस बार आयोजन को और अधिक भव्य रूप दिया गया। आयोजकों ने इस बार तिथियों में बदलाव कर चतुर्थी से षष्ठी तक कार्यक्रम आयोजित किया ताकि सप्तमी से होने वाली दुर्गा बैठकी पर कोई असर न पड़े।

कार्यक्रम की सफलता में नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन, समिति सदस्य, महिला वॉलंटियर, टेंट-साउंड प्रबंधन, कलाकारों व नगर निगम पार्षदों का विशेष सहयोग रहा। सभी को मंच से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

*माहौल भक्ति और संस्कृति का*

तीन दिन तक चली यह सांस्कृतिक यात्रा केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं रही, बल्कि माता दुर्गा की भक्ति और सामाजिक एकता का अद्भुत संदेश देती रही। गुजरात की तर्ज पर सजे गरबा महोत्सव की यह शामें अब पूरे वर्ष चिरमिरीवासियों की यादों में ताज़ा रहेंगी।

कार्यक्रम में भाजपा पदाधिकारी, एमआईसी सदस्य, पार्षदगण, महिला पदाधिकारी, बड़ी संख्या में दर्शक और कलाकार शामिल हुए। महोत्सव का आयोजन संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग, छत्तीसगढ़ शासन की पहल पर रास गरबा आयोजन समिति के तत्वावधान में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

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