प्रदेश सरकार गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध: हर्षवर्द्धन चौहान

सोलन,25 सितम्बर 2025: उद्योग, संसदीय कार्य तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री हर्षवर्द्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी स्तरों पर गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में सरकारी एवं निजी संस्थानों को और बेहतर समन्वय के साथ कार्य करना होगा। हर्षवर्द्धन चौहान आज सोलन के शूलिनी विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसिस द्वारा ‘विश्व फार्मासिस्ट दिवस 2025’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में सरकारी संस्थानों के साथ-साथ अनेक निजी संस्थान युवा पीढ़ी के भविष्य को संवारने के लिए कार्य कर रहे हैं। प्रदेश सरकार इस दिशा में सभी के सहयोग के साथ युवा पीढ़ी को बेहतर अवसर देने के लिए कार्य करने के लिए प्रयासरत है। हर्षवर्द्धन चौहान ने कहा कि शूलिनी विश्वविद्यालय को देश-विदेश में अनुसंधान और नवाचार के लिए जाना जाता है। उन्होंने आशा जताई कि विश्वविद्यालय भविष्य में इस दिशा में और बेहतर कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट स्वास्थ्य क्षेत्र की रीढ़ हैं और इनके सहयोग से सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार संभव है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य जैसे अहम क्षेत्र में लोगों को उनके घर-द्वार पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने में फार्मासिस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका है।
उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट न केवल समय पर दवा उपलब्ध करवाते हैं अपितु सुरक्षित देखभाल और जन स्वास्थ्य अभियानों में सहयोग प्रदान कर जन अभियान की सफलता भी सुनिश्चित बनाते हैं। समग्र स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच जन-जन तक बनाने में फार्मासिस्ट अहम कड़ी हैं। उद्योग मंत्री ने कहा कि इस वर्ष विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर ‘थिंक हेल्थ, थिंक फार्मासिस्ट’ विषय रखा है जो बहुत ही सार्थक है। यह विषय हमें स्वास्थ्य सेवाओं में फार्मासिस्ट की विश्वसनियता का ध्यान दिलाता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाओं तक सभी की पहुंच बनाने के लिए कार्यरत है। इस दिशा में स्वास्थ्य उद्योग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आज हिमाचल को विश्व में फार्मा हब के रूप में जाना जाता है। प्रदेश में निर्मित लगभग 10 हजार करोड़ रुपए की दवाइयां बाज़ार में विक्रय की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र में ही लगभग 600 से अधिक फार्मा कंपनियां कार्यरत हैं। इस अवसर पर शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुनील पुरी, शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर विशाल आनन्द, एस.डी. मेहता, सरोज खोसला, ज़िला उद्योग केन्द्र सोलन के महाप्रबंधक सुरेंद्र ठाकुर, उपमण्डलाधिकारी सोलन डॉ. पूनम बंसल सहित अन्य अध्यापक, छात्र एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।