बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना कि रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है
खुजनेर भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व शहर सहित क्षेत्र में बड़े हर्ष उल्लास के साथ शनिवार को मनाया। इस मौके पर खुजनेर
भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व शहर सहित क्षेत्र में बड़े हर्ष उल्लास के साथ शनिवार को मनाया। इस मौके पर बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना कि रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है, जो श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया गया। बहनें अपने भाई की दाईं कलाई पर रक्षा सूत्र यानी राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और रक्षा की कामना कि गई। भाईयों ने भी अपनी बहनों को उपहार दे कर उनकी रक्षा का संकल्प लिया।
– यह पर्व द्वापर युग से चला आ रहा है, जिसका संबंध श्री कृष्ण और उनकी बहन सुभद्रा से है।
– रक्षाबंधन का उल्लेख कई धार्मिक ग्रंथों में किया गया है, जैसे कि महाभारत और भविष्य पुराण।
– यह पर्व भाई-बहन के आपसी प्रेम, सम्बंध और संरक्षा को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है यह पर्व परिवार के सदस्यों को एकजुट करता है और आपसी प्यार, सम्मान और मान्यता को बढ़ावा देता है। जो श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया गया। बहनें अपने भाई की दाईं कलाई पर रक्षा सूत्र यानी राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और रक्षा की कामना कि गई। भाईयों ने भी अपनी बहनों को उपहार दे कर उनकी रक्षा का संकल्प लिया।
– यह पर्व द्वापर युग से चला आ रहा है, जिसका संबंध श्री कृष्ण और उनकी बहन सुभद्रा से है।
– रक्षाबंधन का उल्लेख कई धार्मिक ग्रंथों में किया गया है, जैसे कि महाभारत और भविष्य पुराण।
– यह पर्व भाई-बहन के आपसी प्रेम, सम्बंध और संरक्षा को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है यह पर्व परिवार के सदस्यों को एकजुट करता है और आपसी प्यार, सम्मान और मान्यता को बढ़ावा देता है।