एम्स-भोपाल ने एक राज्य, एक हेल्थ इमरजेंसी की शुरू की पहल

भोपाल। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने मध्य प्रदेश के सभी अस्पतालों में चाहे उनका स्थान या आकार कुछ भी हो, आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को मानकीकृत करने के उद्देश्य से एक राज्य, एक स्वास्थ्य आपातकालीन चिकित्सा पहल शुरू की है।
यह परिवर्तनकारी पहल सुनिश्चित करती है कि उच्च-गुणवत्ता वाली आपातकालीन देखभाल प्रत्येक नागरिक के लिए सुलभ हो। उपलब्ध संसाधनों के साथ उपचार प्रोटोकॉल को संरेखित करके यह कार्यक्रम पूरे राज्य में आपातकालीन प्रतिक्रिया में एकरूपता लाता है और स्वास्थ्य सेवा असमानताओं को कम करता है।
इस पहल के तहत एम्स भोपाल स्वास्थ्य कर्मियों और मेडिकल छात्रों को वास्तविक जीवन की आपात स्थितियों के लिए प्रशिक्षित करने के लिए एक आपदा प्रबंधन मॉक ड्रिल आयोजित कर रहा है। इसका उद्देश्य गंभीर परिस्थितियों के दौरान तैयारी और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमताओं का निर्माण करना था।
एम्स निदेशक डॉ. अजय सिंह ने कहा, मध्य प्रदेश के प्रत्येक नागरिक तक विश्व स्तरीय आपातकालीन देखभाल पहुंचाना हमारा मिशन है। आपात स्थितियों के दौरान मानकीकृत प्रोटोकॉल अपनाकर हम जीवन रक्षक प्रयासों में उल्लेखनीय सुधार कर सकते हैं और क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवा असमानताओं को कम कर सकते हैं।
एक राज्य, एक स्वास्थ्य आपातकालीन चिकित्सा पहल पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली को एकीकृत और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉ. सिंह ने कहा कि इससे आपातकालीन देखभाल के परिणामों में सुधार होगा और पूरे मध्य प्रदेश में नागरिकों को समान रूप से लाभ होगा।