अब गैर साइंस वाले भी उड़ा सकेंगे हवाईजहाज

नई दिल्ली। नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने वाणिज्यिक पायलट लाइसेंस प्राप्त करने के लिए पात्रता मानदंड में ढील देने का फैसला किया है। कक्षा 12 के छात्र जिन्होंने विज्ञान की पढ़ाई नहीं की है, वे अब प्रशिक्षित होने और वाणिज्यिक पायलट लाइसेंस के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। वर्तमान में केवल विज्ञान में शैक्षिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को ही इसे चुनने की अनुमति है।
डीजीसीए के महानिदेशक फैज अहमद ने कहा, यह दुनिया भर में एक नियम है कि सभी शैक्षिक पृष्ठभूमि के छात्र पायलट बन सकते हैं। हमने इस संबंध में अप्रैल में नागरिक उड्डयन मंत्रालय को एक प्रस्ताव सौंपा है। इस मामले पर अंतिम निर्णय उन्हें ही लेना है।
इस छूट के पीछे क्या कारण है, इसको लेकर महानिदेशक ने कहा, जो छात्र पेशेवर उड़ान पाठ्यक्रम का अध्ययन करना चाहते हैं, उन्हें 5 से 6 पेपर पास करने होते हैं। प्रशिक्षण काफी टेक्निकल है और यह कठोर है तथा निरंतर आधार पर उनका परीक्षण किया जाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बहुत अधिक उपकरण और वैज्ञानिक प्रगति है, जिससे हर किसी के लिए विमान चलाना काफी आसान हो गया है। मंत्रालय के सूत्रों ने पुष्टि की है कि डीजीसीए ने प्रस्ताव भेजा है। हालांकि, इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।