पाक ने हिरासत में रहे बीएसएफ जवान पूर्णम को भारत को लौटाया

नई दिल्ली| अनजाने में सीमा पार करने वाले बीएसएफ जवान को पाकिस्तान ने भारत के दबाव के बाद लौटा दिया है। बीएसएफ ने एक बयान में कहा, आज सुबह 10.30 बजे कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ को अमृतसर में अटारी-वाघा सीमा पर बीएसएफ द्वारा पाकिस्तान से वापस लाया गया। कांस्टेबल बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ 23 अप्रैल 2025 को लगभग 1150 बजे फिरोजपुर सेक्टर में ऑपरेशनल ड्यूटी पर रहते हुए अनजाने में पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे और उन्हें पाक रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया।
इसमें आगे कहा गया, पाकिस्तान रेंजर्स के साथ नियमित फ्लैग मीटिंग और अन्य संचार चैनलों के माध्यम से बीएसएफ के लगातार प्रयासों से बीएसएफ कांस्टेबल की वापसी संभव हो पाई है। बीएसएफ के पंजाब फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आईजी) अतुल फुलजेले ने कहा कि यह हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से और स्थापित प्रोटोकॉल के तहत किया गया।
40 वर्षीय पूर्णम शॉ को पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में लिया था, क्योंकि वह 23 अप्रैल को पंजाब के फिरोजपुर जिले में अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गए थे। यह घटना कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 26 पर्यटकों की हत्या के एक दिन बाद हुई थी। पश्चिम बंगाल के हुगली के रहने वाले शॉ को भारत-पाक सीमा पर जल्लोके सीमा चौकी के पास ‘किसान गार्ड’ की ड्यूटी पर तैनात किया गया था। इस इलाके में तैनात बीएसएफ की 182वीं बटालियन कुछ दिन पहले ही दूसरे स्थान पर चली गई थी और यह जवान रेजिमेंट की अग्रिम टीम का हिस्सा था। सूत्रों ने बताया कि वह उस स्थान से परिचित नहीं था और अनजाने में पाकिस्तान की सीमा पार कर गया।
शॉ के एक पारिवारिक सदस्य ने कहा, हम केंद्र सरकार और बीएसएफ को उसे सुरक्षित वापस लाने के उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद देते हैं। पिछले दो सप्ताह से हम उसकी सेहत को लेकर चिंतित थे और रातों की नींद हराम कर रहे थे। अब हम उससे बात करने और उसे देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। भगवान ने हमारी प्रार्थनाओं का जवाब दिया है। शॉ की वापसी शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम पर सहमति बनने के कुछ दिनों बाद हुई है, जिससे ऑपरेशन सिंदूर पर प्रभावी रोक लग गई है।