
नई दिल्ली। रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व प्रमुख एएस दुलत ने अपनी नई किताब ‘द चीफ मिनिस्टर एंड द स्पाई’ में कई चौंकाने वाले खुलासे कर चर्चा में हैं। इस किताब में जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, पूर्व पीएम अटल बिहार वाजपेयी से लेकर नरेंद्र मोदी सरकार के धारा 370 हटाने की कई घटनाओं का विवरण है। खास बात ये है कि ये सभी ऐसी घटनाएं हैं, जिनके बारे में अब तक किसी को नहीं पता। हालांकि, धारा 370 पर फारुक अब्दुल्ला के कड़े ऐतराज और समर्थन से इनकार करने के सवाल पर पूर्व रॉ चीफ ने कहा है कि उनकी किताब की गलत रिपोर्टिंग की गई और उनकी किताब में कहीं नहीं लिखा कि फारुक अब्दुल्ला धारा 370 हटाने के समर्थन में थे।
उमर को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे वाजपेयी?
रॉ के पूर्व चीफ एएस दुलत ने आपकी किताब में लिखा है कि अटल बिहारी वाजपेयी फारुक अब्दुल्ला को हटाकर उमर को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे? इस सवाल के जवाब में दुलत ने कहा, दिल्ली ने कहा था डॉक्टर साहब को कि आपको वाइस प्रेसीडेंट बना देंगे और उमर को वहां रहने दीजिए कश्मीर में। ये बात हुई थी, पर उनको तो बनाया नहीं वाइस प्रेसीडेंट और उमर साहब इलेक्शन हार गए, तो सारा किस्सा खत्म हो गया।
दिल्ली और कश्मीर नजदीक आ गए
एक अन्य सवाल के जवाब में रॉ के पूर्व चीफ ने कहा, मुझे तो नहीं लगता। ये आप उमर साहब से पूछ लीजिए। मुझे नहीं लगता कि नजदीक आ गए। अगर उमर साहब कहते हैं कि नजदीक आ गए, तो फिर मैं भी कहूंगा कि नजदीक आ गए।
क्या कश्मीर के हालात सुधरे हैं
अब कश्मीर के हालात सुधरे हैं? इस पर उन्होंने कहा, मुझे तो नहीं लगता कुछ भी और कहीं भी इंप्रूवमेंट हुई है। अगर कोई कश्मीरी कहता है, कोई भी कश्मीरी लीडर, आप शहजाद से पूछ लीजिए, अल्ताफ से पूछ लीजिए, महबूबा से पूछ लीजिए, बाकी तो नेशनल कांफ्रेंस तो है ही। किसी से पूछ लीजिए।