जिले की जीवनदायनी नेवज गंगा नदी उपेक्षित क्यों, दोनों पाटो पर गंदगी गंदगी सिर्फ गंदगी, नाम मात्र का पानी ,पर्यटन आय का उत्कृष्ट विकल्प बन सकती है नेवज गंगा नदी
राजगढ़ रियासत कालीन समय से लेकर आज के आधुनिक समय में भी जिले की जीवन दायनी नेवज गंगा नदी की वर्तमान समय में जिम्मेदारों की अनदेखी और जन जागरूकता के अभाव में इन दिनों समूचे नदी क्षेत्र में चारों ओर गंदगी का अंबार दोनों घाटों पर मिट्टी पत्थर व कीचड़ कचरा कूड़ा और गंदगी के कारण नदी क्षेत्र उथला उथला प्रतीत हो रहा है ना तो घाटों की साफ सफाई है ना रंग रोगन किया गया बीते समय में पर्याप्त मात्रा में वर्षा होने के बाद भी नेवज नदी में पर्याप्त मात्रा में पानी क्यों नहीं छोड़ा जा रहा है समझ से परे है राजगढ़ जिले की नेवज गंगा नदी अपने आंचल में अनेकों रहस्य छुपाए बैठी हे जो कहीं रियासत कालीन राजाओं के अनमोल धरोहरों को सहेजे बैठी हे तो कहीं अपनी अनंत गहराई में अथाह अमृत जल से नगर तो नगर राजगढ़ जिले समेत दूर दराज के क्षेत्र वासियों की प्यास भी इसी नेवज गंगा ने पूर्व समय में मिटाई हे स्मरण रहे कि वर्ष 1990 से 1992 के तत्कालीन समय में एक फैक्टरी निर्माण के दौरान नगर में डाटसल कंपनी द्वारा एक प्रस्ताव दिया गया था की नेवज नदी की साफ सफाई पूर्ण रूप से हमारे द्वारा निःशुल्क की जाएगी किंतु नदी के अंदर से निकली गई धरोहर हमारी होगी किन्तु उक्त प्रस्ताव तत्कालीन समय के जिम्मेदारों द्वारा पुरातत्व महत्व की धरोहर को समझते हुए उपरोक्त प्रस्ताव नकार दिया गया था किंतु अब वर्तमान परिपेक्ष में नेवज का समुचित रूप से गहरी करण किया जाकर एक पर्यटन श्रोत के रूप में विकसित कर आस्था और सैलानियों के मनोरंजन के विकल्प के रूप में उपलब्ध कराया जा सकता है शासन प्रशासन द्वारा राजगढ़ जिले को मोहनपुरा बांध, कुंडालिया डैम जैसी सिंचाई परियोजनाओं की सौगात जरूर दी है किंतु फिर भी जिले की जीवनदायनी नेवज गंगा नदी को एक बार आम जन एवं प्रशासनिक सहयोग से पूर्ण रूप से साफ सफाई कराई जाकर एवं नदी का गहरीकरण किया जाकर दोनों और के घाटों का जीर्णोद्धार व रंग रोगन समेत विद्युत सज्जा की जाकर एक पर्यटक स्रोत के रूप में समूचे नदी परिसर को विकसित किया जा सकता है नौका विहार बोटिंग जेसे साधन लगाए जा सकते हैं जिससे जहां एक और आय के नए स्रोत पैदा होंगे वहीं नदी सौंदर्य करण को विकसित कर आमजन में नेवज गंगा नदी के प्रति आमजन मेंआस्था भी जागेगी


