मध्यप्रदेश
सीएम हेल्पलाइन पर झूटी शिकायत करने वालों की अब ख़बर लेगी पुलिस
शिकायत बंद करने का दवाब बनाने वाले पुलिसकर्मियों पर भी होगी कार्यवाही
भोपाल,मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आम जनता की राहत के लिए सीएम हेल्पलाइन की व्यवस्था की थी ताकि जनता आमजनमानस को अफसरशाही से निजात मिल सके। पर इसमें मोहन यादव की सरकार ने अब बदलाव किया है कई बार देखा जाता है कि इस हेल्पलाइन में झूँठी व रंजिशन शिकायतें भी कर दी जाती हैं जिससे जिसके विरुद्ध शिकायत किया गया है वह बेकसूर होते हुए भी संदेह के घेरे में आ जाता है पर अब सरकार ने झूँठी शिकायतकर्ताओं पर भी नकेल कसने के लिए ऐसी व्यवस्थाओं पर आपराधिक मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं पर क्या शिकायत सही होने पर सरकार उन अफसर और कर्मचारियों पर भी अपराध दर्ज करेगा जो शिकायत सही होने पर भी झूँठ पर झूँठ बोलकर शिकायतकर्ता की शिकायत बंद करा देते हैं सिर्फ इतना नही कई बार तो पुलिस विभाग की शिकायत करने पर पुलिस उल्टा शिकायतकर्ता पर शिकायत बंद करने का दबाव बनाती है और नही मानने पर तमाम तरह की पुलिसिया धमकी दी जाती है हमारे पास ऐसे दर्जनों मामले आ चुके हैं जब अफसर कर्मचारी शिकायत कर्ता द्वारा शिकायत बंद न कराने पर उन्हें हर तरह का प्रलोभन व धमकी देते हैं।
खैर वर्तमान सरकार की इस पहल से भी सीएम हेल्पलाइन की विश्वसनीयता और झूँठी शिकायत जैसे काम से समय बच पाएगा ताकि सही मामलों का निराकरण किया जा सके।
यह जारी हुआ आदेश में…

◆अगर कोई व्यक्ति सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline 181) पर झूठी या बेबुनियाद शिकायत करता है, तो उस पर कार्यवाही की जा सकती है।
नियमों के अनुसार:-
शिकायत की जांच होती है।
●अगर शिकायत झूठी, भ्रामक या दुर्भावनापूर्ण पाई जाती है, तो शिकायतकर्ता के खिलाफ कानूनी कार्यवाही संभव है।
●इस तरह की स्थिति में शिकायतकर्ता पर आईटी एक्ट, भारतीय दंड संहिता (IPC) या अन्य संबंधित कानूनों के तहत कार्रवाई हो सकती है।
●भविष्य में ऐसे व्यक्ति की शिकायतों को गंभीरता से न लिया जाना भी संभव है।
●मतलब: सीएम हेल्पलाइन का उद्देश्य आम नागरिकों की समस्याओं का समाधान करना है, न कि किसी पर झूठे आरोप लगाना।