देशमध्यप्रदेश

तोहफा: शिक्षकों को मिलेगा चौथा वेतनमान

cm mohan yadav teachers day

भोपाल। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शिक्षक दिवस के अवसर पर घोषणा की कि मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूल के शिक्षकों को चौथा वेतनमान दिया जाएगा। यह घोषणा शुक्रवार को भोपाल में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में की गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फैसले से राज्य सरकार पर ₹117 करोड़ का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा। हालांकि, उन्होंने कहा, “हमारी सरकार हमेशा शिक्षकों के कल्याण के लिए काम करेगी।”

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सरकारी स्कूल के शिक्षकों के योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे सीबीएसई और आईसीएसई जैसे शीर्ष बोर्डों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि सरकारी स्कूलों के छात्र देश भर की प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। चौथे वेतनमान का प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट के समक्ष अनुमोदन के लिए रखा जाएगा।

यह लाभ केवल उन्हीं शिक्षकों को मिलेगा जिन्होंने 1 जुलाई, 2023 तक 35 वर्ष की सेवा पूरी कर ली है। वर्तमान में केवल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ही चौथा वेतनमान मिल रहा है।

14 शिक्षकों का सम्मान

भोपाल प्रशासन अकादमी में आयोजित समारोह में प्रदेश भर के 14 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। प्रत्येक को 25,000 रुपये की पुरस्कार राशि, शॉल, नारियल और प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

पुरस्कार पाने वालों में जितेंद्र शर्मा (गुना), दिलीप जायसवाल (शाजापुर), दिलीप कटरे (सिवनी), श्रीकांत कुर्मी (दमोह), श्रद्धा गुप्ता (खंडवा), मोहन सिंह गोंड (दमोह), अपूर्व शर्मा (उज्जैन) और धनराज वाणी (अलीराजपुर) शामिल थे।

राधा शर्मा (धार), डॉ. नरेंद्र कुमार उर्मलिया (जबलपुर), महेंद्र कुमार लोधी (सागर), विनीता ओझा (रतलाम), डॉ. सरिता शर्मा (राजगढ़) और सौरभ कुमार शर्मा (बालाघाट) सहित उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया।

मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार विजेता

शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिए जाने वाले प्रतिष्ठित राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए इस वर्ष मध्य प्रदेश के दो शिक्षकों का चयन किया गया। वे हैं शीला पटेल (दमोह ज़िला) और भैरूलाल ओसारा (आगर-मालवा ज़िला)।

दोनों को नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया।

भोपाल समारोह में मध्य प्रदेश के उन शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने 2024 का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार जीता। वे हैं माधव प्रसाद पटेल (दमोह) और सुनीता गोधा (मंदसौर)। उन्हें शॉल, नारियल, स्मृति चिन्ह और ₹5,000 नकद प्रदान किए गए।

स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि सम्मानित शिक्षकों ने समर्पण और प्रतिबद्धता का उदाहरण पेश किया है, जो पूरे राज्य में अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायी है।

Related Articles

Back to top button
× click to chat whatsapp