मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, रोगों की रोकथाम के लिए कार्यशाला आयोजित
राजगढ़,
वेक्टर जनित रोगों के नियंत्रण के लिए मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, रोगों की रोकथाम के लिए आयुष कार्यालय में मलेरिया स्वास्थ्य विभाग और आयुष विभाग के समन्वय से कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डॉ. डी.पी. पटेल जिला मलेरिया अधिकारी ने आयुष विभाग के स्वास्थ्य डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से मलेरिया डेंगू, चिकनगुनिया रोगों के लक्षण और उपचार के बारे में जागरूक करने के साथ-साथ समुदायों में मलेरिया के नियंत्रण के लिए सभी प्रकार की सहायता लेने की जानकारी दी। जले हुए इंजन ऑयल से मच्छरों और उनके लार्वा को नष्ट करने के लिए, उपयोग किए जाने चाहिए। साथ ही मच्छरों के उत्पन्न होने वाले स्थानों की सफाई की जानी चाहिए। हर रविवार मच्छर पर वार के अभियान में सहायता सहयोग करने की अपील की गई। साथ ही रैपिड डायग्नोस्टिक किट (मलेरिया जांच किट) से मलेरिया जांच का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही मलेरिया दवाओं की प्राथमिक स्तर पर मलेरिया की दवा से उपचार किया जाए। उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में विभाग द्वारा मलेरिया ऑफ 200 मलेरिया दवाओं का वितरण किया जाए जिससे मलेरिया रोग पर डेंगू पर पूर्ण रूप से नियंत्रण किया जा सके। इस अवसर पर विभाग के स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आरएन गर्ग द्वारा सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने क्षेत्रों में रहकर मलेरिया डेंगू नियंत्रण में स्वास्थ्य विभाग का पूर्ण सहयोग करें। मलेरिया ऑफ 200 दवा का वितरण समय पर किया जाए। इसके लिए कार्यकर्ता बैठक के माध्यम से सभी को निर्देशित किया गया। प्रत्येक रविवार को सभी जिलावासियों को मलेरिया नियंत्रण अभियान में सहयोग करने के लिए समुदाय से सहयोग ले। इस अभियान के तहत कार्यकर्ताओं द्वारा डॉक्टरों के माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाई जाए