कृषि क्षेत्र में परिवर्तन को अवसर में बदलें एवं नई संभावनाएं तलाशें – प्रभारी मंत्री श्री काश्यप
राजगढ़ के मोहनपुरा में राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन अंतर्गत कृषक संगोष्ठी आयोजित
राजगढ़
जिले के प्रभारी एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग मंत्री चेतन्य कुमार काश्यप ने कहा कि कृषि क्षेत्र में अब परिवर्तन का दौर है, इस परिवर्तन को अवसर में बदले एवं नई संभावनाएं तलाशें। उन्होंने कहा कि जिले में स्ट्रॉबेरी, अनार, ड्रगेन फ्रूट जैसी फसलों का उत्पादन यहां की कृषि में परिवर्तन लाएगा। जिला हॉर्टिकल्चर हब के रूप में विकसित होगा। प्रभारी मंत्री काश्यप कहा कि ने जिले में एग्रोइंड्रस्ट्रीज की स्थापना की भी जरूरत है। कार्यक्रम में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कौशल विकास एवं रोजगार विभाग टेटवाल, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास विभाग नारायण सिंह पंवार, सांसद कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा, पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी उपस्थित थे।
उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि जिले में फसलों के चक्र को बदलने के लिए किसानों को प्रेरित किया जाए। प्रदेश सरकार हर गांव तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में सरकार प्रदेश की उन्नति के लिए निरंतर कार्यरत है। कृषि आय को दोगुना बनाने का प्रयास किए जा रहे हैं। जिले के किसान भी उद्यानिकी एवं अन्य कृषि आधूनिक पद्धतियों से जुड़ें एवं कृषि को लाभ का धंधा बनाएं। संगोष्ठी में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कौशल विकास एवं रोजगार विभाग श्री गौतम टेटवाल ने अपने संबोधन में कहा कि खेती में उन्नति से किसानों की जेब में पैसा आएगा। मोहनपुरा एवं कुण्डालियां जल परियोजनाओं से सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है। किसानों को फसल चक्र अपनाकर कृषि के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग करना चाहिए।
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास विभाग श्री नारायण सिंह पंवार ने कहा कि जिले में पानी की कमी नहीं है। युवा खेती की और लोटें एवं खेती में नवाचारों को अपनाएं। उन्होंने कहा कि जिले में फसलों की खेती के लिए उपयुक्त वातावरण है। इस दौरान सांसद श्री रोडमल नागर ने कहा कि जिले में सिंचाई के पर्याप्त साधन उपलब्ध होने से कृषि क्षेत्र में पर्याप्त विकास हो रहा है एवं अब पलायन की स्थिति नहीं है किसान भाईयों से अपेक्षा है कि वे सिंचाई के जल का सदुउपयोग करें एवं प्राकृतिक खेती अपनाए। उन्होंने किसानों से आवहान किया कि वे अपनी जमीन में एक बगिया मां के नाम जरूर लगाएं। कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री श्री काश्यप ने उन्नत कृषि क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले कृषकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने इस अवसर पर यहां आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। कार्यक्रम स्थल पर प्रभारी मंत्री द्वारा पौधरोपण भी किया गया। संगोष्ठी के अंत में कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने आभार व्यक्त किया।