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पीएम मोदी ने बिहार में 12,100 करोड़ की परियोजनाओं को किया राष्ट्र को समर्पित

कोटा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को बिहार के दरभंगा में लगभग 12,100 करोड़ रुपए लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इन विकास परियोजनाओं में स्वास्थ्य, रेल, सड़क, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस क्षेत्र शामिल हैं।

प्रधानमंत्री ने मशहूर लोकगायिका शारदा सिन्हा को भी श्रद्धांजलि दी और संगीत के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान, खासकर छठ महापर्व की उनकी रचनाओं की सराहना की। मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि बिहार के साथ-साथ पूरा भारत प्रमुख विकास लक्ष्यों की प्रगति का साक्षी बन रहा है। उन्होंने कहा कि पहले योजनाएं और परियोजनाएं सिर्फ कागजों पर ही सीमित रहती थीं, लेकिन आज उन्हें सफलतापूर्वक वास्तविक रूप से लागू किया जा रहा है।

मोदी ने कहा, हम विकसित भारत की ओर दृढ़ता से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी वर्तमान पीढ़ी भाग्यशाली है कि उसे विकसित भारत के लक्ष्य की प्राप्ति में योगदान देने के साथ-साथ इस अवसर का साक्षी बनने का भी मौका मिला है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दरभंगा में एम्स के सपने को साकार करने की दिशा में आज एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है जो बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पश्चिम बंगाल और आस-पास के क्षेत्रों के अलावा मिथिला, कोसी और तिरहुत के क्षेत्रों को भी लाभ मिलेगा। इसके साथ ही नेपाल से भारत आने वाले मरीजों को भी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि इन विकास परियोजनाओं से रोजगार और स्वरोजगार के कई नए अवसर भी पैदा होंगे।

प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य के संबंध में सरकार द्वारा अपनाए गए समग्र दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। मोदी ने योग, आयुर्वेद, पोषण मूल्य, फिट इंडिया अभियान पर सरकार की सोच का जिक्र किया।

मोदी ने कहा, हमने देश में 1.5 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर शुरू किए हैं, जिससे बीमारियों का जल्द पता लगाने में मदद मिलेगी। आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक 4 करोड़ से अधिक मरीजों का इलाज किया गया है और अगर यह योजना नहीं होती तो कई बीमार लोग अस्पताल में भर्ती होने से भी वंचित रह जाते। करोड़ों परिवारों ने करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये बचाए हैं। इस योजना के तहत मरीजों का सरकारी और निजी अस्पतालों में निशुल्क इलाज किया गया है।

उन्होंने कहा कि सभी लाभार्थियों के पास जल्द ही आयुष्मान वय वंदना कार्ड होगा। उन्होंने जन औषधि केंद्रों का भी जिक्र किया जो बेहद कम कीमत पर दवाइयां उपलब्ध कराते हैं।

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आजादी के 60 साल बाद भी पूरे देश में केवल एक एम्स था और अब देश के सभी कोनों में नए एम्स भी स्थापित किए, जिससे इनकी कुल संख्या लगभग 24 हो गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी हो गई है जिससे अधिक डॉक्टर उपलब्ध हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “दरभंगा एम्स बिहार और राष्ट्र की सेवा के लिए कई नए चिकित्सक तैयार करेगा।

प्रधानमंत्री ने मातृभाषा में उच्च शिक्षा दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि यह कर्पूरी ठाकुर के सपनों के प्रति उनकी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है। प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में 1 लाख नई मेडिकल सीटें बढ़ाई गई हैं और अगले 5 वर्षों में 75,000 और सीटें बढ़ाने का प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में चिकित्सा की पढ़ाई का विकल्प भी बनाया गया है।

प्रधानमंत्री ने सुशासन का एक मॉडल विकसित करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सराहना करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार बिहार में तीव्र गति से विकास के लिए प्रतिबद्ध है और छोटे किसानों और उद्योगों को मज़बूत करने की योजना पर काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि बिहार की पहचान बुनियादी ढांचे के विकास, हवाई अड्डों और एक्सप्रेसवे से बढ़ रही है और दरभंगा में एक नए हवाई अड्डे के विकास का श्रेय उड़ान योजना को दिया। उन्होंने 5,500 करोड़ रुपये के एक्सप्रेसवे और लगभग 3,400 करोड़ रुपये के सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क सहित आज की अन्य विकास परियोजनाओं का भी उल्लेख किया।

मोदी ने कहा, बिहार भारत की विरासत का सबसे बड़ा केंद्र है। इस विरासत को संजोकर रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसलिए सरकार विकास भी, विरासत भी के मंत्र का पालन कर रही है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि नालंदा विश्वविद्यालय अपनी खोई हुई लोकप्रियता को पुनः प्राप्त करने की दिशा में आज आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री ने भाषाओं के संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि भगवान बुद्ध की शिक्षाओं और बिहार के गौरवशाली अतीत को व्यक्त करने वाली पाली भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह वर्तमान सरकार ही थी, जिसने मैथिली भाषा को भारत के संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल किया।

उन्होंने कहा, झारखंड में मैथिली को राज्य की दूसरी भाषा का दर्जा दिया गया है। मोदी ने बताया कि दरभंगा देश के उन 12 शहरों में से एक है, जो रामायण सर्किट से जुड़े हैं, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि दरभंगा-सीतामढ़ी-अयोध्या रूट पर अमृत भारत ट्रेन से लोगों को काफी लाभ हुआ है।

इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान तथा अन्य गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

 

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