छत्तीसगढ़बलौदाबाजार

जिला ऑडिटोरियम में छत्तीसगढ़ के भीम “चिंताराम” की विशेष स्क्रीनिंग

जिला ऑडिटोरियम में “छत्तीसगढ़ के भीम चिंताराम” की विशेष स्क्रीनिंग

छत्तीगसढ़ के भीम “चिंताराम” का इनडोर में स्क्रीनिंग के दौरान राजस्व व उच्च शिक्षा मंत्री टंकराम वर्मा व बलौदाबाजार नगर अध्यक्ष अशोक जैन।

बलौदाबाज़ार। जिला प्रशासन बलौदाबाजार, वैदिक राज ट्रस्ट एवं डॉ. दीपक धनेश टिकरिहा के समन्वय से जिला ऑडिटोरियम में डॉक्यूमेंट्री फिल्म “छत्तीसगढ़ के भीम चिंताराम” की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित हुई। कार्यक्रम में 10 से अधिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं सहित लगभग 1200 लोगों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की गई थी। समिति ने अपनी समीक्षा में उल्लेख किया कि यह फिल्म विद्यार्थियों के लिए शिक्षा का महत्व, सामाजिक सुधार, नैतिकता, शाकाहार एवं सात्विक जीवन शैली, साथ ही छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा व संस्कृति की गहन समझ प्रदान करती है। इसी अनुशंसा के आधार पर फिल्म का यह विशेष प्रदर्शन रखा गया।

इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री टंकराम वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा –

“इतिहास की धारा में कई नाम भुला दिए जाते हैं, लेकिन चिंताराम जैसे लोकनायक अपने असाधारण कार्यों और परोपकारी जीवन के कारण अमर हो जाते हैं। वे गरीबों के सहायक, शिक्षा और स्वास्थ्य के संवाहक तथा धर्मपरायण कार्यों में अग्रणी थे। ऐसी विभूतियों का जीवन नई पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन का स्रोत है। जो समाज अपने इतिहास को भूल जाता है, वह जल्द ही अस्तित्व खो देता है।

” ज्ञातव्य है कि बलौदाबाज़ार के ग्राम बुड़गहन (करमदा) के निवासी चिंताराम टिकरिहा (1880–1982) 900 एकड़ कृषि भूमि के स्वामी होते हुए भी समाज सेवा में सदैव अग्रणी रहे। उन्होंने विद्यालय और सड़क निर्माण हेतु अपनी भूमि दान दी, 1974 में तुरतुरिया मंदिर का जीर्णोद्धार कराया और असंख्य जरूरतमंदों के विवाह, दशगात्र व अन्य संस्कारों का खर्च स्वयं उठाया। उनकी अद्वितीय शक्ति के कारण उन्हें “छत्तीसगढ़ के भीम” के रूप में जाना जाता है। हाल ही में इस डॉक्यूमेंट्री को “हाइएस्ट नंबर ऑफ इंडिविजुअल इंटरव्यूज फीचर्ड इन ए बायोग्राफिकल डॉक्यूमेंट्री” श्रेणी में वर्ल्ड रिकॉर्ड मिला है, जो छत्तीसगढ़ फिल्म जगत के लिए पहली ऐतिहासिक उपलब्धि है। कार्यक्रम में मंत्री महोदय ने इस सम्मान को निर्देशक एस अंशु धुरंधर को प्रदान कर उन्हें बधाई दी। विशेष स्क्रीनिंग को लेकर विद्यार्थियों और नागरिकों में गहरी उत्सुकता देखी गई। आयोजन के समापन पर यह संदेश सामने आया कि ऐसे लोकनायकों के जीवन से प्रेरणा लेकर समाजहित में कार्य करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

इस विशेष स्क्रीनिंग में विशिष्ट अतिथि के रूप में गरिमामय उपस्थिति

नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन, छ.ग. मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष खोड़स राम कश्यप, केन्द्रीय युवा संरक्षक कपिल कश्यप, बलौदाबाजार राज के राजप्रधान सुनीता वर्मा एवं युवाध्यक्ष रघुनन्दन बघमार, पलारीराज के राजप्रधान राम खिलावन वर्मा, जनपद अध्यक्ष सुलोचना यादव, गोपाल वर्मा, वरिष्ठ शिक्षक रमाकांत झा, रामाधार पटेल, टेसुलाल धुरंधर व विजय केशरवानी समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।

एस अंशु धुरंधर बलौदाबाजार ,छत्तीसगढ़

निर्देशक, छत्तीसगढ़ के भीम चिंताराम
(9 वर्षों के रिसर्च से निर्मित)

फिल्म की उपलब्धि
– यूट्यूब पर 3 लाख से अधिक व्यूज
– रायपुर आर्ट फिल्म एंड लिटरेचर फेस्टिवल में चयन
– खेल विभाग बलौदाबाजार द्वारा विशेष युवा प्रतिभा सम्मान
– छत्तीसगढ़ फिल्म जगत का पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड।

फिल्मोग्राफी
– द कुंग फू चाइल्ड (2013)
– द अल्टीमेट कुंग फू चाइल्ड (2015)
– कर्तव्य की ओर (शॉर्ट फिल्म) (2015)
– महानिति (2016)
– छत्तीसगढ़ के भीम चिंताराम (2025)

प्रकाशित पुस्तक
– अधिनायक (लघु उपन्यास) (2022)
– बाल क्रांतिकारी (2022)
– सरस्वती (2024)
– छत्तीसगढ़ के गौरव चिंताराम (2025)

वर्तमान में चिंताराम जी की प्रेरणादायक जीवनी को छत्तीसगढ़ के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने हेतु हस्ताक्षर अभियान
एवंयुवाओं को अवसाद से निकालने हेतु “हे युवा!” नामक रचना पर कार्य।

 

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