पुतिन ने मोदी का 10 मिनट तक इंतजार किया, कार में 45 मिनट गोपनीय बात

तियानजिन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। सौहार्दपूर्ण माहौल में प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन एससीओ शिखर सम्मेलन स्थल से अपनी द्विपक्षीय बैठक के गंतव्य तक एक ही कार में गए। खबरों के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी के साथ यात्रा करना चाहते थे। उन्होंने प्रधानमंत्री का 10 मिनट तक इंतज़ार किया ताकि वे एक ही गाड़ी में जा सकें।
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय बैठक से पहले कथित तौर पर कार में 45 मिनट तक बातचीत की। जिस कार में वे सवार हुए, वह कथित तौर पर रूसी राष्ट्रपति की ऑरस लिमोज़ीन थी। आधिकारिक द्विपक्षीय वार्ता से पहले प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन ने कई मुद्दों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर पुतिन के साथ कार में अपनी यात्रा की तस्वीर भी साझा की। प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट में कहा, एससीओ शिखर सम्मेलन स्थल पर कार्यवाही के बाद राष्ट्रपति पुतिन और मैं द्विपक्षीय बैठक स्थल पर साथ-साथ गए। उनके साथ बातचीत हमेशा ज्ञानवर्धक होती है।
उल्लेखनीय है कि दोनों नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें यूक्रेन से संबंधित नवीनतम घटनाक्रम भी शामिल थे।
प्रधानमंत्री @narendramodi ने चीन के तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक एक्स पोस्ट में कहा, दोनों नेताओं ने आर्थिक, वित्तीय और ऊर्जा क्षेत्रों सहित भारत-रूस द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत करते हुए।
इस बीच प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन ने आर्थिक, वित्तीय और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग पर भी चर्चा की, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार को मज़बूत करना है, जो वित्त वर्ष 2024-25 में 68.7 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है।
प्रधानमंत्री ने रविवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात की। ये द्विपक्षीय बैठकें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत के खिलाफ टैरिफ युद्ध छेड़े जाने के बीच हुईं।